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    Friday, May 17, 2024
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      धान क्रय केन्द्र की शुरुआत और असहायों के बीच कंबल-अलाव की हो जल्द व्यवस्था :रामटहल चौधरी

      ओरमांझी (एहसान राजा)।  झारखंड नागरिक परिषद के अध्यक्ष पूर्व सांसद राम टहल चौधरी ने मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन में मुख्यमंत्री हेमंत सोरन  को ध्यान आकृष्ट करते हुए लिखा है। कि धान के के क्रय विक्रय जल्द किया जाए तथा उचित समय पर किसानों को धान का मूल्य मिले दिन...

      27 जनवरी से राजभवन के सामने सपरिवार धरना पर बैठेंगे पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक

      राँची दर्पण (एहसान राजा)। राज्य स्तरीय पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक संघ झारखंड प्रदेश के पंचायत स्वयंसेवक 27 जनवरी से सपरिवार अनिश्चितकालीन धरना पर बैठेंगे। मालूम हो कि सचिवालय पंचायत स्वयं सेवक द्वारा 7 दिसंबर 2020 को मुख्यमंत्री आवास का एक दिवसीय घेराव प्रदर्शन किया गया था। उस वक्त संघ 7 प्रतिनिधिमंडल के...

      पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक संघ ने दी चरणबद्ध आंदोलन की चेतावनी

      राँची (एहसान राजा)। पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक महासंघ के प्रदेश मीडिया प्रभारी अविनाश कुमार झा (बंटी)ने बताया कि पंचायत सचिवालय स्वयंसेवकों द्वारा सरकार की विभिन्न योजनाओं विगत 4 वर्षों से धरातल पर उतारने तथा सरकार की कल्यणकारी योजना को जनता तक पहुंचाने के लिए पंचायत सचिवालय स्वयंसेवकों द्वारा कार्य लिया जा...

      पर्यटन स्थली हुंडरू फॉल के पर्यटक मित्रों का हड़ताल जारी

      राँची (मोहसीन आलम)। राजधानी रांची के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल हुंडरू फॉल में पिछले 2 नवंबर से हुंडरू फॉल के पर्यटक मित्र झारखंड पर्यटन सुरक्षा समिति के बैनर तले बोनस ,जीवन बीमा,सुरक्षा व्यवस्था अनुकंपा जैसे अपने कई जाइज मांगो को देकर 15 से अधिक पर्यटक मित्र हुंडरू फॉल के मेन गेट...

      ऐसे बीएड-एमएड पास अंशकालीन टीचरों से तो मनरेगा मजदूर ही बेहतर है सरकार

      राँची दर्पण डेस्क। सरकार का शिक्षा बजट कम नहीं होता है। लेकिन यदि आप झारखंड प्रांत के कस्तूरबा गाँधी आवासीय बालिका विद्यालयों में शिक्षण की रीढ़ बने अंशकालीन शिक्षक-शिक्षिकाओं की वर्तमान दयनीय हालत की आंकलण करेंगे तो उनकी हालत किसी मनरेगा मजदूर से भी वद्दतर नजर आएगी। बता दें कि वर्ष...

      सरकारी योजनाओं से वंचित हैं पहाड़ों की गोद में बसे तिरला के लोग

      ओरमांझी (मोहसिन)। राजधानी रांची से 45 किलो मीटर दूर ओरमांझी प्रखण्ड के हिन्दीबिलि पंचायत के सुदरवर्ती क्षेत्र के तिरला गांव जो जंगलों व पहाड़ो पर बसा है। आजादी के 70 साल बीत जाने के बाद भी गांव के लोग सरकारी योजनाओं से वंचित हैं जिसको देखते हुए गांव को सरकार...

      एक नज़र

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