राँची (मोहसीन आलम)। राजधानी रांची के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल हुंडरू फॉल में पिछले 2 नवंबर से हुंडरू फॉल के पर्यटक मित्र झारखंड पर्यटन सुरक्षा समिति के बैनर तले बोनस ,जीवन बीमा,सुरक्षा व्यवस्था अनुकंपा जैसे अपने कई जाइज मांगो को देकर 15 से अधिक पर्यटक मित्र हुंडरू फॉल के मेन गेट में हड़ताल पर बैठे है।
पर्यटक मित्रों का कहना है कि वे लोग जान जोखिम में रख सैलानियों की सुरक्षा व्यवस्था सालों भर करते हैं ऐसे में सरकार हम लोगों को जीवन बीमा अनुकंपा जैसे अनेकों सुविधाएं दे ताकि हम लोग सैलानियों को सुरक्षा दे सके वही पर्यटक मित्रों ने कहा कि हमारी मांगे सुनने वाला कोई नहीं है सरकार हम लोगों पर विशेष ध्यान दें।
पर्यटक मित्रों को मनाने सांसद संजय सेठ विधायक राजेश कच्छप व अन्य जनप्रतिनिधि हुंडरू फॉल स्थित धरना स्थल पहुँच कर कर्मियों को मनाने कि भरपूर कोशिश किया जिसके बाद चार दिनों के लिये हड़ताल अस्तगीत किया गया था लेकिन दिए गए आश्वासन पूरा नहीं होने पर फिर से पर्यटक मित्र हड़ताल पर बैठ गए हैं।
क्षेत्र के नेता प्रतिनिधि पर्यटक मित्रों को सिर्फ आश्वासन देकर ही चले जाते हैं। हुडरू में सैलानियों का प्रवेश वर्जित था। 15 नवंबर से फिर से चालू कर दिया गया है
झारखंड के विभिन्न जलप्रपातों में काम करने वाले पर्यटन मित्र 25 नवंबर से अनिश्चितकाल के लिए हड़ताल पर जा रहे हैं। इसका निर्णय शुक्रवार को जोन्हा में पर्यटनमित्रों की हुई बैठक में लिया गया। बैठक में हुंडरू फाॅल, जोन्हा फाॅल, सीता फाॅल, दशम फाॅल, पंचघाघ और हिरणी फाॅल के पर्यटन मित्र शामिल हुए।
कहा गया कि आठ साल से बहुत कम मानदेय पर काम लिया जाता है। अपनी मांगों के समर्थन में कई बार जेटीडीसी और विभिन्न सरकारी विभागों में पत्राचार किया गया, लेकिन उस पर किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई। सरकार को 23 नवंबर तक का डेडलाइन दिया गया है।
बैठक में राजकिशोर प्रसाद, सोहन बेक, बालेश्वर बेदिया, वीर सिंह मुंडा, अर्जुन पाहन, दुर्गा भेंगरा, बलराम बेदिया, जुनुस होरो, नितेश पुर्ति, बुधराम बेदिया, कांडे मुंडा, योगेश्वर अहीर, धनंजय महतो, देवेंद्र सिंह, लक्ष्मण महतो, मनीराम महतो, हरिदास महतो आदि मौजूद थे।