रांची दर्पण डेस्क। राजधानी रांची में कोरोना नाम का एक स्कूल है, जहां 500 बच्चे पढ़ते हैं और यह स्कूल आज का नहीं, बल्कि 24 साल पुराना है।
कहा जाता है कि पीपर टोली अरगोड़ा रांची में है कोरोना यूनिवर्सल स्कूल। ऐसा नहीं है कि पब्लिसिटी पाने के लिए स्कूल प्रबंधन ने इस स्कूल का नाम कोरोना रख दिया गया है।
स्कूल के प्रभारी प्राचार्य बताते हैं कि इस स्कूल की स्थापना 24 साल पहले हुई थी और तब से ही इसका नाम कोरोना रखा गया था, कोरोना का डिक्शनरी मीनिंग क्राउन होता है यानी ताज।
चाइना में जब कोरोना वायरस को वैज्ञानिक ने माइक्रोस्कोप से देखा तो उसे कोरोना वायरस क्राउन की तरह दिखा और उन्होंने इसका नाम कोरोना रख दिया। इन दिनों हर आते जाते लोग गौर से इस स्कूल के बोर्ड को निहारते हैं।
लोग यहां रुक कर मोबाइल से सेल्फी-फोटो लेने से भी नहीं चूकते। जैसे यह कोई अचंभा हो। लेकिनअब स्कूल के नाम को लेकर स्कूल के शिक्षक-कर्मी बेहद टेंशन में हैं।