रांची दर्पण डेस्क। झारखंड राज्य के डीजीपी एमवी राव ने महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर कड़ा रूख किया है और कहा है कि झारखंड पुलिस महिलाओं की प्रतिष्ठा, उनके सम्मान को कायम रखने के लिये प्रतिबद्ध है।
उन्होंने दो टूक कहा कि महिलाओं के खिलाफ किसी भी तरह का दुर्व्यवहार या आपराधिक कृत्य बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। महिलाओं को प्रताड़ित करने वाला कोई भी हो, चाहे वह पुलिस अफसर ही क्यों न हो, उसे कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
गौरतलब है कि बरहेट थाना प्रभारी हरीश पाठक का थाना परिसर पहुंची एक लड़की को पीटते और गाली देते हुए वीडियो वायरल हुआ था। इसके बाद थानेदार को सस्पेंड कर दिया गया। पूरे मामले की छानबीन की जिम्मेदारी डीएसपी को दी गयी गयी है।
डीजीपी एमवी राव ने मामले में संज्ञान लेते हुए 2 दिनों के अंदर जांच पूरी करने का आदेश बरहरवा डीएसपी को दिया है।
बरहेट की घटना की सूचना मिलते ही तत्काल संबंधित पुलिस पदाधिकारी हरीश पाठक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गयी।
डीजीपी एमवी राव ने कहा अगर पीड़ित महिला उसके खिलाफ कोई लिखित शिकायत दर्ज कराना चाहती है, तो उसे दर्ज कर आगे की कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है।
यदि महिला शिकायत नहीं भी करती है और जांच प्रतिवेदन के अनुसार कांड बनता है, तो कांड दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाए।
बरहेट थाना प्रभारी हरीश पाठक का थाना परिसर पहुंची एक लड़की को पीटते और गाली देते हुए वीडियो वायरल हुआ था।
थाना प्रभारी ने लड़की की इतनी पिटाई की थी कि उसके मुंह से खून निकल गया। इसके बाद लड़की को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
ये मामला बरहेट थाना अंतर्गत इरकॉन रोड की रहने वाली लड़की के प्रेम प्रसंग से जुड़ा हुआ है। इसको लेकर पीड़िता की मां ने थाना में शिकायत दर्ज करायी थी। 22 जुलाई को थाना प्रभारी ने लड़की और उसकी मां को थाना बुलाया।
लड़की अपने भाई के साथ थाना पहुंची। इस दौरान थाना प्रभारी प्रेम प्रसंग का विरोध करते हुए बाल पकड़कर लड़की को पीटने लगे।