राँची दर्पण। ओरमांझी प्रखंड के दड़दाग गांव में आदिबासि कुड़मि समाज,जिला कमिटी रांची की एकदिवसीय जड़ुआहि वरिष्ठ हड़ समाज कामिआ मानगर गंगा विष्णु महतो के अध्यक्षता एवं मानगर योगेश्वर महतो बंसरिआर (जिला अध्यक्ष चतरा) के संचालन में आहुत हुई।
बैठक में मुख्य रूप से संगठन के विस्तारीकरण और आगामी भारतीय जनगणना 2021 में जनजाति ‘कुड़मि’ मातृभाषा ‘कुड़मालि’ और धरम ‘ सरना’ दर्ज करवाने को लेकर ग्राम स्तर पर जनजागरण विषय पर विस्तृत चर्चा की गई।
इसके अलावे कुड़मि जनजाति के विशिष्ट संस्कृति के कृषि भित्तिक बारह महीने के तेरह परब, मातृभाषा कुड़मालि, आदि धरम प्रकृति धरम सारना, विशिष्ट परंपरा व प्रथागत नियम, गुसटि परंपरा, स्वशासन व्यवस्था इत्यादि पर विस्तारपूर्वक चर्चा हुई।
साथ ही शिक्षा के प्रचार प्रसार और नशाखोरी जैसे सामाजिक कुरीतियों को दूर करने पर भी बल दिया गया। अंत में जनगणना में समाज द्वारा जन’जाति-कुड़मि, मातृभाषा- कुड़मालि, धरम-सरना दर्ज करने और उसकी पुष्टि करते हुए पूर्ववत षड्यंत्रों से सावधान रहने और बचने की बात कही गई।
बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में केन्द्रीय उपाध्यक्ष मानगर छोटेलाल मुतरुआर और मुख्य वक्ता के तौर पर मानगर दीपक पुनरिआर थे।
जड़ुआही में मुख्य रुप से मोतीलाल महतो, रंधीर चौधरी, मुकेश कंड़रवार (जिला संयोजक), मनिलाल बंसरिआर (जिला सह संयोजक),पवन महतो रामाकांत महतो,असेश्वर महतो, अनिल कुमार, संजीव कुमार महतो, लालेश्वर महतो,श्रवन कुमार पुनरिआर, कैलाश महतो,जलेश्वर महतो,सूरज महतो,चरका महतो, जितेंद्र महतो, विवेक रंजन,हुलास महतो, कुमार श्रषि रंजन,राम प्रसाद महतो, शीला देवी,उषा देवी,शुलो देवी, बसंती देवी,आलो देवी,ललकी देवी,अनिता देवी,रीमा कुमारी, देवन्ती देवी, निलमनी देवी, विमला देवी, प्रमीला देवी, गीता देवी,पंचम देवी,अंजु देवी, सिमरन कुमारी,संजु कुमारी, साक्षी कुमारी, आनन्द महतो, कुशलता कुमार, भुनेश्वर महतो,सुखलाल महतो, अशोक महतो, सुरेन्द्र महतो,उतरनाथ महतो, रुपचंद महतो,डौली कुमारी,मनीषा कुमारी, बबीता कुमारी आदि समेत काफी संख्या में महिला-पुरुष प्रतिनिधि सदस्य मौजूद रहे।