ओरमांझी (एहसान राजा)। झारखंड की राजनीति तक को गर्म कर देने वाली सुफिया परवीन हत्याकांड का दरिंदा बिलाल ओरमांझी प्रखंड के सिकिदीरी मुख्य पथ पर पाझारा पानी के समीप राँची एसएसपी एवं ग्रामीण एसपी के हत्थे चढ़ ही गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सीनियर राँची एसएसपी सुरेंद्र झा को किसी से गुप्त सूचना मिली कि बिलाल ऑटो से सिकिदिरी की तरफ भाग रहा है। इसके बाद उन्होंने अपने गठित टीम के साथ भाग रहे बिलाल को धर दबोचा।
सीनियर एसपी सुरेंद्र झा एवं ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने बिलाल को लेकर मुख्य घटनास्थल पर लेकर पहुंचे। बिलाल किस रास्ते सूफिया परवीन को घटनास्थल पर लेकर आया था और उसकी हत्या की थी, उसी रास्ते से बेलाल को सीनियर एसपी और ग्रामीण एसपी को लेकर आए।
मौके पर उपस्थित ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने बताया कि बिलाल अपने आप को बचाने के लिए अपने परिजनों परिजनों और दोस्तों से पनाह मांग रहा था, लेकिन किसी ने भी उसे सर छुपाने की जगह नहीं दी। आखिरकार वह कुटे गांव अपने किसी दोस्त के पास जा रहा था।
इसी बीच किसी ने सीनियर एसपी सुरेंद्र झा को सूचना दी कि बिलाल ऑटो से कहीं जा रहा है। सीनियर एसपी की टीम ने मौके पर बिलाल को धर दबोचा।
ग्रामीण एसपी ने बताया कि बिलाल ने बड़ी सुयोजित ढंग से सूफिया परवीन की हत्या की और साक्ष्य छुपाने के लिए उसके सिर को अपने खेत में गाड़ दिया था।
बिलाल ने इस कारण की सुखिया परवीन की हत्याः बिलाल ने पुलिस को बताया कि सुफिया परवीन से हमेशा उसकी नोकझोंक होती रहती थी। सुफिया चाहती थी कि बिलाल अपनी पहली पत्नी और बच्चे को छोड़कर उसके साथ रहे।
बिलाल ने बताया कि वह अपनी पहली पत्नी को और बच्चे को छोड़ नहीं सकता है और सूफिया को भी उन्हीं के साथ रहना है। सूफिया ने बिलाल से कहा कि अगर तुम अपनी पहली पत्नी को तलाक नहीं दोगे तो तुमको हम दोबारा जेल की हवा खिलाऊंगी। बिलाल ने सूफिया के इस रवैया से परेशान होकर उसकी हत्या की योजना बनाई।
इस तरह की हत्याः बिलाल ने सूफिया को कहा कि किसी व्यक्ति कुछ मामला चल रहा है, उससे मिलना है। बेलाल ने उसे मोटरसाइकिल बैठा कर साईं नाथ यूनिवर्सिटी के पीछे जंगल में ले आया और उसने सबसे पहले उसकी गला घोट कर मार दिया।
उसके बाद उसके साक्ष्य छिपाने के लिए तथा उसकी पहचान छिपाने के लिए तेज हथियार से उसकी सिर धड़ से अलग कर दिया। फिर वह अपने साथ उसका सिर लेकर घर आ गया और पत्नी के साथ मिलकर अपने ही खेत में सुखिया परवीन का सिर नमक के साथ गाड़ दिया।