नामकुम (रांची दर्पण)। झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (जेएसएससी) द्वारा आयोजित सीजीएल-2023 परीक्षा विवादों में घिर गई है। परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक होने और पहले पूछे गए प्रश्नों की पुनरावृत्ति के आरोपों के चलते राज्य भर के अभ्यर्थियों ने आयोग कार्यालय के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया। अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि परीक्षा शुरू होने से पहले ही कुछ अभ्यर्थियों के पास प्रश्नों के उत्तर थे, जिससे परीक्षा की निष्पक्षता पर सवाल उठ रहे हैं।
सुबह 11 बजे से ही विभिन्न जिलों से अभ्यर्थी आयोग कार्यालय पहुंचने लगे और सरकार तथा आयोग के अध्यक्ष के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने जेएसएससी के सचिव सुधीर कुमार गुप्ता से मुलाकात कर पेपर लीक और प्रश्न पुनरावृत्ति के सबूत सौंपे, जिनमें पेन ड्राइव और प्रश्न पत्र भी शामिल थे। अभ्यर्थियों ने परीक्षा रद्द करने और सीबीआई से जांच कराने की मांग की।
पुलिस द्वारा भारी संख्या में सुरक्षा व्यवस्था तैनात होने के बावजूद, प्रदर्शनकारियों ने कई बार आयोग के मुख्य गेट तक पहुंचने की कोशिश की। प्रशासन ने हंगामे की आशंका को देखते हुए आयोग कार्यालय के 100 मीटर के दायरे में निषेधाज्ञा लागू की थी, लेकिन इसके बावजूद अभ्यर्थी बार-बार निषेधाज्ञा का उल्लंघन करते दिखे। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच कई बार हल्की धक्का-मुक्की भी हुई।
अभ्यर्थियों का कहना है कि गणित, रीजनिंग और कंप्यूटर के प्रश्नों की पुनरावृत्ति की गई थी, जो पहले एसएससी सीजीएल-2022 और अन्य परीक्षाओं में पूछे जा चुके थे। इससे अभ्यर्थियों में गहरा आक्रोश है। अभ्यर्थियों ने चेतावनी दी है कि अगर 36 घंटे के भीतर उनकी मांगों पर ठोस कार्रवाई नहीं की गई, तो वे आंदोलन तेज करेंगे और न्यायालय का सहारा लेंगे।
आयोग के सचिव ने अभ्यर्थियों को आश्वासन दिया है कि 30 सितंबर को होने वाली बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा की जाएगी और उचित कार्रवाई की जाएगी।
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