रांची दर्पण डेस्क। झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) की CGL परीक्षा में कथित गड़बड़ी और पेपर लीक होने के आरोपों के चलते राज्य भर के छात्र उग्र हो गए हैं। इस मुद्दे को लेकर छात्रों ने जेएसएससी के रांची स्थित कार्यालय के बाहर जमावड़ा लगाना शुरू कर दिया, जिससे हालात तनावपूर्ण हो गए।
छात्रों का विरोध बढ़ता देख प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कार्यालय के आसपास निषेधाज्ञा लागू कर दी है। यह निषेधाज्ञा रांची के नामकुम स्थित जेएसएससी कार्यालय की 100 मीटर परिधि तक लागू की गई है, जहां किसी भी प्रकार के विरोध प्रदर्शन, धरना, जुलूस या रैली के आयोजन पर रोक लगा दी गई है।
रांची सदर अनुमंडल दंडाधिकारी द्वारा भारतीय दंड संहिता (BNSSS) की धारा 163 के तहत यह आदेश जारी किया गया है, जिसमें 2 अक्टूबर 2024 की रात 10 बजे तक निषेधाज्ञा लागू रहेगी।
इस आदेश के तहत सरकारी कार्य में संलग्न पदाधिकारियों और कर्मचारियों को छोड़कर, किसी भी व्यक्ति को बिना अनुमति के धरना प्रदर्शन, हथियार लेकर चलने या ध्वनि विस्तारक यंत्रों का उपयोग करने की अनुमति नहीं होगी।
प्रशासन की यह कार्रवाई उस वक्त सामने आई है जब छात्रों का गुस्सा पेपर लीक और परीक्षा में धांधली को लेकर चरम पर था।
छात्रों का आरोप है कि JSSC CGL परीक्षा में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई है और पेपर लीक की घटनाएं परीक्षा की निष्पक्षता पर सवाल खड़े करती हैं। छात्रों का यह भी कहना है कि जब तक उनके सवालों का संतोषजनक जवाब नहीं मिलता, तब तक उनका विरोध जारी रहेगा।
प्रशासन की ओर से किसी भी तरह की अप्रिय घटना से बचने के लिए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। निषेधाज्ञा के तहत धरना-प्रदर्शन, हथियारों का उपयोग और बिना अनुमति के ध्वनि विस्तारक यंत्रों का इस्तेमाल पूरी तरह प्रतिबंधित किया गया है।
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