पिठोरिया (रांची दर्पण), 26 सितंबर 2024: झारखंड के रांची जिले के पिठोरिया और ओरमांझी में देर रात हाथियों के एक बड़े झुंड ने जमकर उत्पात मचाया। इस दौरान सैकड़ों एकड़ में लगी फसलें रौंद डाली गईं और दर्जनों घरों को नुकसान पहुंचा।
जानकारी के अनुसार बीती रात राड़हा जंगल इलाके में 22 हाथियों का झुंड अचानक प्रकट हुआ। हाथियों को देखते ही ग्रामीण तेजी से सुरक्षित स्थानों पर चले गए। हाथियों ने बिना किसी संकोच के खेतों में घुसकर फसलों को तहस-नहस करना शुरू कर दिया। स्थानीय लोगों की सूचना पर पिठोरिया पुलिस ने वन विभाग को घटना की जानकारी दी, लेकिन तब तक कोई भी विभागीय टीम नहीं पहुंची थी।
देर रात राड़हा पंचायत का वन विभाग हाथियों को खदेड़ने में जुटा रहा, जबकि ग्रामीण सदमे में थे। रतनटाड़ के किसानों ने बताया कि हाथियों ने उनके खेतों में लगे धान की फसलों को बर्बाद कर दिया। ओरमांझी प्रखंड के चंद्रा बहेराखूंट में सुबह-सुबह जंगली हाथियों ने फिर से हमला कर दिया, जिससे कई घरों को क्षति पहुंची।
ग्रामीणों ने बताया कि हाथियों ने नाथू उरांव, सुनील उरांव, मीना देवी, कार्तिक लोहरा और बिरसा उरांव के घरों को तोड़ दिया। रैता उरांव वन के मनोज उरांव के खेतों में भी फसलों का नुकसान हुआ। हाथियों की इस हलचल से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है और वे अपने जीवन के लिए चिंतित हैं।
विभागीय टीम हाथियों को भगाने के प्रयास में जुटी हुई है, लेकिन ग्रामीणों का मानना है कि बिना उचित उपायों के स्थिति नहीं सुधरेगी। इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि मानव-हाथी संघर्ष एक गंभीर मुद्दा है, जिसके समाधान के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। ग्रामीण अब इस संकट के समाधान के लिए मदद की उम्मीद कर रहे हैं, ताकि उनकी फसलें और घर सुरक्षित रह सकें।
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