अनगड़ा (रांची दर्पण)। हुंडरू फॉल में एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया, जब शैक्षणिक भ्रमण पर पहुंचे तीन स्कूली बच्चे जानलेवा दह में फिसलकर डूबने लगे। मौके पर मौजूद पर्यटनकर्मियों की तत्परता से तीनों बच्चों की जान बच गई।
बताया जाता है कि हजारीबाग के चुरचू चिल्ड्रन पब्लिक स्कूल के 87 छात्र एक बस से हुंडरू फॉल घूमने पहुंचे थे। दोपहर करीब 12 बजे बच्चे झरने के करीब खड़े होकर प्राकृतिक दृश्य का आनंद ले रहे थे। इसी दौरान तीन छात्र ताकेश कुमार (10), तोफित कुमार (11) और सौरभ कुमार (12) समूह से अलग होकर खतरनाक मंगतूमारा दह के बेहद करीब पहुंच गए।
बताया जाता है कि बच्चे फिसलन भरी चट्टानों पर चढ़ने का प्रयास कर रहे थे। तभी अचानक ताकेश कुमार का पैर फिसला और वह सीधे गहरे पानी में जा गिरा। उसे बचाने के प्रयास में उसके दोनों साथी तोफित और सौरभ भी पानी में गिर पड़े। देखते ही देखते तीनों डूबने लगे।
अन्य बच्चों ने चीख-पुकार मचाई, जिसके बाद झरने के पास तैनात पर्यटनकर्मी चंद्र उदय बेदिया, रंजन कुमार बेदिया और महेश्वर बेदिया तुरंत मौके पर पहुंचे। चंद्र उदय और रंजन ने बिना देर किए पानी में छलांग लगाई और तीनों बच्चों को डूबने से बचाया, जबकि महेश्वर ने उन्हें सुरक्षित बाहर खींचा।
झारखंड पर्यटन सुरक्षा समिति के अध्यक्ष राजकिशोर प्रसाद का कहना है कि लगातार चेतावनी देने और रोकने के बावजूद कई पर्यटक डेंजर जोन के पास चले जाते हैं, जिससे हादसे की आशंका हमेशा बनी रहती है। समय रहते कार्रवाई होने से तीन नन्हे बच्चों की जान बच गई, अन्यथा स्थिति बेहद गंभीर हो सकती थी।



