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 साइबर अपराधियों का काल बना ‘प्रतिबिंब’,13 माह में 1210 शातिर धराए

प्रतिबिंब पोर्टल झारखंड के लिए एक नई उम्मीद बनकर उभरा है, जो साइबर अपराधियों को उनकी हरकतों का सबक सिखाने में कारगर साबित हो रहा है

रांची दर्पण (मुकेश भारतीय)। झारखंड में साइबर अपराध के खिलाफ चल रहे अभियान में ‘प्रतिबिंब पोर्टल’ ने क्रांतिकारी भूमिका निभाई है। 20 नवंबर 2023 को लॉन्च किया गया यह पोर्टल, अब तक 1210 साइबर अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचा चुका है। इस उपलब्धि ने राज्य को साइबर अपराधियों के आतंक से मुक्त करने की दिशा में एक बड़ी सफलता दिलाई है।

साइबर अपराध के खिलाफ इस लड़ाई में देवघर जिला सबसे आगे है। यहां बीते एक साल में 656 साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी हुई है। साइबर अपराधियों ने जामताड़ा को छोड़कर देवघर को अपना नया ठिकाना बना लिया है। जिसके चलते यहां साइबर ठगी की घटनाओं में तेजी आई।

पुलिस ने इन अपराधियों के पास से 1059 मोबाइल फोन, 203 एटीएम कार्ड और 1601 सिम कार्ड जब्त किए हैं। अधिकांश सिम कार्ड पश्चिम बंगाल से फर्जी नामों पर लिए गए थे, जिनका उपयोग साइबर ठगी के लिए किया जाता था।

देवघर के बाद गिरिडीह जिला दूसरे स्थान पर है, जहां 222 साइबर अपराधी पकड़े गए हैं। वहीं, कुख्यात जामताड़ा जिला तीसरे स्थान पर है, जहां से 162 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है।

रांची जिले में इस वर्ष करीब 15 साइबर अपराधी गिरफ्तार हुए हैं। राज्यभर में अब तक 2500 मोबाइल फोन और 3700 सिम कार्ड जब्त किए जा चुके हैं।

कैसे काम करता है ‘प्रतिबिंब पोर्टल’? ‘प्रतिबिंब पोर्टल’ के माध्यम से पुलिस रियल-टाइम डेटा का विश्लेषण करती है। पोर्टल की मदद से फर्जी कॉल और ठगी के नेटवर्क को ट्रैक कर गिरफ्तारी की जा रही है।

जांच में पता चला है कि जामताड़ा और देवघर जिले के पथरोल और देवीपुर थाना क्षेत्रों में सबसे अधिक साइबर अपराधी सक्रिय हैं। ये अपराधी फर्जी बैंक अधिकारी, कृषि पदाधिकारी, कस्टमर केयर एग्जीक्यूटिव, क्रेडिट कार्ड अधिकारी और गैस एजेंसी के अधिकारी बनकर लोगों को ठगते हैं।

डीजीपी अनुराग गुप्ता ने इसे साइबर अपराधियों के खिलाफ बड़ा हथियार बताते हुए कहा है कि जहां साइबर ठगी की घटनाएं अधिक हो रही हैं। वहां तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। झारखंड पुलिस का लक्ष्य साइबर अपराध पर पूरी तरह से लगाम लगाना है। प्रतिबिंब पोर्टल के माध्यम से हर जिले में साइबर ठगी के मामलों पर कड़ी निगरानी रखी जाए।

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