25 लाख का इनामी नक्सली विमल यादव ने बढ़ते पुलिस दवाब के बीच किया सरेंडर

राँची दर्पण डेस्क। झारखण्ड में माओवादियों के स्पेशल एरिया कमेटी सदस्य 25 लाख का इनामी नक्सली विमल यादव उर्फ राधेश्याम उर्फ उमेश यादव ने आत्मसमर्पण कर दिया।
आज शुक्रवार को राँची जोनल आईजी कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान विमल यादव ने आईजी अभियान एवी होमकर, राँची जोनल आईजी पंकज कंबोज, डीआईजी एसटीएफ अनूप बिरथरे, राँची एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा सीआरपीएफ के अधिकारियों के समक्ष सरेंडर कर दिया।
जानकारी के अनुसार वह अपनी छत्तीसगढ़ की रहने वाली प्रेमिका से प्रेरित होकर सरेंडर कर दिया। विमल यादव मूल रूप से बिहार के जहानाबाद का रहने वाला है।
बूढ़ा पहाड़ पर एक करोड़ के इनामी अरविंद की मौत के बाद वहां के नक्सलियों का नेतृत्व विमल यादव ने ही संभाल रखा था।
जब बूढ़ा पहाड़ की जिम्मेदारी माओवादियों के शीर्ष नेतृत्व ने 25 लाख रुपये के इनामी स्पेशल एरिया कमेटी सदस्य मिथिलेश मेहता को मिली, तो विमल यादव से मिथिलेश मेहता की विवाद शुरू हो गया था।
इसके बाद से ही विमल यादव को उसकी प्रेमिका हथियार डालने के लिए प्रेरित करने लगी। मिथिलेश मेहता से विवाद भी विमल के सरेंडर की वजह बना। विमल सितंबर 2021 महीने में ही पुलिस के सामने अनधिकृत रूप से सरेंडर कर दिया था।