रांची DC ने सदर अस्पताल में की बड़े सुधारों की पहल

रांची दर्पण डेस्क। रांची सदर अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। बुधवार को अस्पताल के सभागार में उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री की उपस्थिति में गवर्निंग बॉडी एवं अस्पताल प्रबंधन समिति की बैठक में कई ऐतिहासिक फैसले लिए गए।
इस बैठक की अध्यक्षता सिविल सर्जन डॉ. प्रभात कुमार ने की। जिसमें आयुष्मान भारत के नोडल पदाधिकारी, विशेषज्ञ डॉक्टर, रोगी कल्याण समिति के सदस्य और अन्य विभागीय अधिकारी शामिल हुए।
बैठक में सबसे महत्वपूर्ण निर्णय सदर अस्पताल में अत्याधुनिक PET स्कैन सेवा की स्थापना को लेकर लिया गया। यह सेवा कैंसर और अन्य जटिल बीमारियों की सटीक जांच के लिए मील का पत्थर साबित होगी।
इसके साथ ही स्तन कैंसर की शुरुआती जांच के लिए मैमोग्राफी यूनिट की शुरुआत का भी प्रस्ताव पारित किया गया, जो महिलाओं की सेहत की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
अब मरीजों को रात-दिन अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे जैसी रेडियोलॉजी सेवाएं उपलब्ध होंगी। इसके अलावा, ब्लॉक स्तर पर सैंपल कलेक्शन सेंटर बनाए जाएंगे। जिनके नमूने जांच के लिए सीधे सदर अस्पताल भेजे जाएंगे। इससे ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी।
अस्पताल के डिजिटल संचालन और टेलीमेडिसिन सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए लीज लाइन कनेक्शन की स्थापना पर विचार किया गया। यह तकनीकी पहल अस्पताल को ऑनलाइन स्वास्थ्य सेवाओं में सक्षम बनाएगी।
सदर अस्पताल में दो मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर (OT) बनाने पर गंभीर विचार हुआ, जो जटिल सर्जरी को सरल और सुरक्षित बनाएगा। साथ ही पुराने और खराब हो चुके उपकरणों को बदलने और नई मशीनों की खरीद के लिए बजट और प्रक्रिया को अंतिम रूप देने पर चर्चा हुई।
OPD और IPD के लिए मानकीकृत रजिस्टर और फॉर्मेट लागू किए जाएंगे। जिससे रिकॉर्ड प्रबंधन में पारदर्शिता और गति आएगी। साथ ही गैर-आयुष्मान मरीजों के लिए पारदर्शी दरें, डाइनिंग एरिया व ऑडिटोरियम की उपयोगिता शुल्क तय किए गए।
स्वच्छ पेयजल, विश्राम कक्ष, और मुफ्त दवा / जांच सेवाएं उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया। साथ ही गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं के लिए विशेष देखभाल इकाई (NICU) स्थापित की जाएगी।
चिकित्सकों और पारा-मेडिकल स्टाफ के लिए नियमित प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। रिक्त पदों की भरपाई और विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति प्रक्रिया को भी गति दी जाएगी।
बैठक के अंत में समिति ने स्पष्ट कहा कि सदर अस्पताल न केवल जिला मुख्यालय का प्रमुख स्वास्थ्य केंद्र है, बल्कि आसपास के ग्रामीण इलाकों के लिए भी एक जीवन रेखा है। हमारा लक्ष्य है कि प्रत्येक मरीज को समय पर और गुणवत्तापूर्ण इलाज मिले।
सदर अस्पताल रांची में लिए गए ये फैसले न केवल शहर के बल्कि पूरे जिले के स्वास्थ्य परिदृश्य को बदलने वाले साबित हो सकते हैं। डिजिटल प्रगति, तकनीकी सुविधाओं का विस्तार और मरीज-केंद्रित दृष्टिकोण के साथ अस्पताल अब भविष्य के स्वास्थ्य सेवाओं की दिशा में अग्रसर है।