राँची दर्पण डेस्क। नये साल 2026 में चार बड़े और महत्वपूर्ण एक्सप्रेस-वे पर परिचालन शुरू हो जायेगा। इन एक्सप्रेस-वे को आम लोगों के लिए खोल दिया जायेगा। इस तरह राज्य में एक से दूसरी जगह तक जाने के लिए कनेक्टिविटी बेहतर होगी। व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा। इससे राज्यवासियों को बड़ी राहत मिलने वाली है।
एनएचएआइ इन परियोजनाओं पर अंतिम चरण का काम करा रहा है। इसे चालू करने के लिए समय सीमा भी तय कर ली गयी है। इन चारों परियोजनाओं की लागत करीब 5685 करोड़ रुपये है। गोला-ओरमांझी एक्सप्रेस-वे को अगले वर्ष मार्च-अप्रैल तक चालू करने का लक्ष्य रखा गया है। 28 किमी लंबे एक्सप्रेस-वे का काम 21 जून 2023 को शुरू हुआ था।
इसकी लागत करीब 1215 करोड़ है। इसके बनने से ओरमांझी से गोला जाना आसान हो जायेगा। अभी सड़क अच्छी नहीं है। एक्सप्रेस-वे के माध्यम से गाड़ियां ओरमांझी से गोला करीब 20 मिनट में पहुंच जायेंगी, जबकि अभी 45 मिनट से भी ज्यादा समय लग रहा है। एनएच 75 का कुड़ से लेकर लातेहार, पलामू और गढ़वा होते हुए विदंमगंज तक फोर लेन कार्य हो रहा है।
इसे पांच चरणों में बनाया जा रहा है। इनमें से तीसरे फेज भोगू से शंखा तक फोर न का काम मार्च तक पूरा हो जायेगा। ऐसे में करीब 49 किमी सड़क पर परिचालन बेहतर हो जायेगा। इसकी लागत 1520 करोड़ है। इसका काम नौ नवंबर 2023 को शुरू हुआ था। इसके बन जाने से पलामू जाने में समय कम लगेगा।
इस सड़क का काम भी अप्रैल तक पूरा हो जायेगा। इसका काम 12 दिसंबर 2023 को शुरू हुआ था। करीब 45 किमी लंबी इस सड़क पर 1450 करोड़ रुपये खर्च होने हैं। देवघर से बासुकिनाथ तक फोर लेन सड़क बन जाने का धार्मिक महत्व बड़ा है। इस रूट पर श्रद्धालुओं का काफी आवागमन होता है। खास कर सावन के दौरान मार्ग पर ट्रैफिक बहुत होती है। पहले यह सिंगल लेन सड़क थी, जिससे अक्सर जाम रहता था।
इस सड़क का काम 15 दिनों में पूरा हो जायेगा। इसका काम भी नौ मई 2023 को शुरू हुआ था। इसकी लंबाई करीब 52 किमी है। इसकी लागत करीब 1500 करोड़ की है। इसके चालू होने से गोड्डा, देवघर और दुमका की कनेक्टिविटी बेहतर हो जायेगी। कम समय में यात्रा हो सकेगा। भागलपुर, कहलगांव जाने-आने का रास्ता सुगम होगा। व्यापार, पर्यटन और खनिज लॉजिस्टिक को बढ़ावा मिलेगा।









