Ranchi RIMS Governing Council Meeting लगभग 11 माह के बाद रिम्स में 55वीं शासी परिषद की बैठक आयोजित हुई। पिछली बैठक में हुए हंगामे व विवाद के बाद बैठक स्थगित कर दी गई थी। रिम्स की व्यवस्था पर सांसद संजय सेठ ने कई सवाल उठाए गए थे।
रांची: लगभग 11 माह के बाद रिम्स में 55वीं शासी परिषद की बैठक आयोजित हुई। पिछली बैठक में हुए हंगामे व विवाद के बाद बैठक स्थगित कर दी गई थी।रिम्स की व्यवस्था पर सांसद संजय सेठ ने कई सवाल उठाए गए थे, जिसके बाद आज हो रही बैठक में सांसद संजय सेठ नहीं पहुंचे। उनकी अनुपस्थिति में ही रिम्स की शासी परिषद की बैठक शुरू हो गई।
रिम्स के विकास को लेकर 2 दर्जन से अधिक एजेंडे रखे गए, जिसमें 1445 करोड़ के बजट का प्रस्ताव रखा गया है।
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता की अध्यक्षता में हो रही है बैठक में विधायक समरी लाल, विभाग के सचिव अरूण सिंह, निदेशक डा कामेश्वर प्रसाद, अधीक्षक डा हीरेंद्र बिरुआ, अधीक्षक डा उपाधीक्षक डा शैलेश त्रिपाठी समेत कई लोग मौजूद रहे। बैठक शुरू होने से पहले ही रिम्स के डाक्टर, कर्मचारियों व नर्सों ने अपनी मांग को लेकर डायरेक्टर कार्यालय पहुंचे।
डॉक्टर्स ने अपने प्रमोशन की मांग को लेकर मंत्री को ज्ञापन सौंपा, जबकि रिम्स की नर्स व कर्मचारियों ने पुराने पेंशन स्कीम को लागू करने की मांग मंत्री से की। इस बीच नर्सों ने बैनर पोस्टर लेकर अपनी मांग रखी।
1400 करोड़ का बजट भवन निर्माण के लिए रखा जाएगा
रिम्स में नए भवनों के निर्माण के लिए 1400 करोड़ का बजट जीबी की बैठक में रखा जा रहा है। इसमें ओपीडी, मैटरनीटी, न्यूरो सहित अन्य भवनों का निर्माण होना है। इसके बाद पुराने भवन में मरीजों का लोड भी कम होगा, जिससे अन्य विभागों के मरीजों का इलाज सुलभ हो सकेगा।
इसके साथ ही नेत्र चिकित्सा संस्थान के निर्माण कार्य के लिए 45 करोड़ का बजट रखा गया है। मालूम हो कि 1400 करोड़ का बजट पिछली बार भी जीबी की बैठक में रखी गई थी, जिसपर कई सवाल उठे थे और बैठक स्थगित करनी पड़ी थी।
रिम्स के जूनियर डाक्टर एसोसिएशन के सदस्यों को जीबी की बैठक में शामिल नहीं किया गया, जिसके बाद छात्रों में रोष है। जीडीए के अध्यक्ष डा जयदीप चौधरी ने बताया कि जेडीए के कई एजेंडे जीबी की बैठक में रखे गए हैं।साथ ही जूनियर डाक्टर पूरे अस्पताल का संचालन करते हैं, मरीजों का इलाज करते हैं, लेकिन इसके बाद भी उन छात्रों में से किसी भी सदस्य को बैठक में शामिल नहीं होने दिया गया, यह किसी भी स्तर से सही नहीं है। इस तरह के व्यवहार को लेकर जेडीए आंदोलन करने की तैयारी में जुट गया है।