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मनरेगा आयुक्त ने नगड़ी प्रखंड में विकास योजनाओं की कार्य प्रगति का यूं लिया जायजा

राँची दर्पण डेस्क। आज मनरेगा आयुक्त राजेश्वरी बी द्वारा नगड़ी प्रखण्ड के साहेर ग्राम का दौरा किया गया। इस दौरान मुख्य रूप से उप विकास आयुक्त,  निदेशक डीआरडीए, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी,नगड़ी सहित राज्य, जिला एवं प्रखण्ड स्तर के अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

MNREGA commissioner reviewed the progress of development schemes in Nagdi block 2इस मौके पर ग्रामीण महिलाओं द्वारा सांस्कृतिक रूप से स्वागत किया गया। उन्होंने ग्रामीणों का उत्साहवर्धन करने के लक्ष्य को साझा करने के लिए ग्रामीणों से बात-चीत की।

ग्रामीण केवल जागरूक नहीं बल्कि स्वावलंबी भी हैः मौके पर मनरेगा आयुक्त द्वारा ग्रामीणों को सम्बोधित करते हुए बताया गया कि हमें योजनाओं का सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित करना है। जिससे हर व्यक्ति स्वावलंबन और आत्मविश्वास को सिद्ध कर सके।

उन्होंने कहा कि साहेर के ग्रामीणों का यह उत्साह देखकर प्रतीत होता है कि विकास की ओर हम सभी अग्रसर हैं। साथ ही रांची जिला पूरे राज्य के लिए सही उदाहरण बन कर उभरेगा।

उन्होंने इन कार्यो को सफल रूप प्रदान करने के लिए जनसामान्य की सराहना की है। साथ ही इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए ग्रामीणों का आत्मबल भी बढ़ाया।

 

उन्होंने ग्रामीणों को खेती के साथ-साथ मनरेगा की योजनाओं से जुड़ने हेतु प्रोत्साहित करते हुए कहा कि मनरेगा के तहत संचालित योजनाओं के प्रति ग्रामीणों का उत्साह और आत्मविश्वास से भरी परिवर्तन की ललक सराहनीय है।

मेधा मिल्क डेयरी प्रोजेक्ट का भी निरीक्षणः नगड़ी प्रखंड भ्रमण के दौरान मनरेगा आयुक्त द्वारा मेधा  मिल्क डेयरी प्रोजेक्ट का भी निरीक्षण किया गया। मनरेगा आयुक्त द्वारा दुधारू पशुओं के स्वास्थ एवं दुग्ध उत्पादन, बिक्री की जानकारी ली गई।

साथ ही बायोगैस प्लांट के बारे में भी विस्तृत जानकारी ली और कहा कि मनरेगा में महिलाओं की भागीदारी ज्यादा से ज्यादा बढ़े, उन्हें ज्यादा कार्य करने का मौका मिले और पंचायत भवन में ग्रामीणों  के साथ बैठक कर पंचायत सचिव को मनरेगा की गतिविधियां की जानकारी भी देने का निर्देश भी दिये।

इसी कड़ी में मनरेगा आयुक्त ने नगड़ी प्रखण्ड के साहेर गाँव में बिरसा हरित ग्राम योजना का अवलोकन किया। बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत लगभग 500 आम, केला एवं पपीता के पौधे हैं एवं लगभग 3,000 सागवान, शीसम एवं गमहार के पौधे शामिल हैं।

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