राँची दर्पण (जलेश कुमार )। भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के रांची जिलाध्यक्ष जीतराम मुंडा की गोली मारकर हुई हत्या के मामले में पुलिस हत्या का कारण एवं हत्यारों का कोई सुराग पाने में विफल साबित है।
वहीं इस जघन्य वारदात से आक्रोशित भाजपा कार्यकर्ताओं ने ओरमाँझी शास्त्री चौक जाम कर सरकार विरोधी नारे लगाए और हत्यारों की जल्द गिरफ्तारी की माँग की है।
बता दें कि ओरमांझी थाना क्षेत्र के राष्ट्रीय उच्च मार्ग-20 अवस्थित पालू में बीते बुधवार शाम को जीतराम मुंडा की निर्मम हत्या उस समय कर दी गई, जब वे अपने साथियों के साथ एक होटल में बैठे थे।
बाइक सवार अपराधियों ने जीतराम पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई और उसके बाद वे फरार हो गए। आनन-फानन में जीतराम को मेदांता अस्पताल लाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस हमले में ओरमांझी मंडल मीडिया प्रभारी राजकिशोर साहू भी जख्मी हो गए।
घटना की जानकारी मिलने पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू, अमरनाथ चौधरी सहित काफी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता हॉस्पिटल पहुंचे।
इस दिल दहला देने वाली घटना ने भाजपा कार्यकर्ताओं सहित क्षेत्र के लोगों को झकझोर कर रख दिया है लोग सोशल मीडिया में शोक संदेश एवं अपने गुस्से का इजहार कर रहे हैं और अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं।
घटना पर पूर्व सांसद राम टहल चौधरी ने भी शोक व्यक्त करते हुए प्रशासन से अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की है।
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त प्रशासन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जीतराम मुंडा पर अपराधियों ने इससे पहले भी हमला किया था, इसलिए जीतराम मुंडा ने अपनी सुरक्षा के लिए आर्म्स लाइसेंस के लिए भी आवेदन दिया था जिसे प्रशासन ने नामंजूर कर दिया था।
जीतराम मुंडा ओरमांझी के टोल प्लाजा के सामने एनएच- 20 पर एक होटल भी चलाते थे! कुछ दिन पहले ही इसी होटल पर पार्टी का एक कार्यक्रम हुआ था, जिसमें केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा भी शामिल हुए थे।
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