
रांची दर्पण डेस्क। झारखंड की राजधानी रांची पुलिस ने एक बड़े और सनसनीखेज आपराधिक गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जिसके तार सीधे तौर पर पाकिस्तान और दुबई से जुड़े हैं। बीआईटी मेसरा ओपी पुलिस ने एक खुफिया सूचना पर कार्रवाई करते हुए चुट्टु ओवरब्रिज के नीचे से एक सफारी कार (जेएच 01 पीएफ- 8049) में सवार चार शातिर अपराधियों को धर दबोचा। इसके साथ ही गैंगस्टर सुजीत सिन्हा की पत्नी रिया सिन्हा को भी रंगदारी के एक अन्य मामले में गिरफ्तार किया गया है।
रांची सिटी एसपी पारस राणा ने अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि गिरफ्तार अपराधियों के पास से तीन लोडेड पिस्तौल, सात मैगजीन, 13 जिंदा कारतूस, कार और कई मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। पूछताछ में इन अपराधियों ने जो खुलासे किए हैं, वे न केवल चौंकाने वाले हैं, बल्कि देश की आंतरिक सुरक्षा से भी जुड़े हैं।
सिटी एसपी पारस राणा ने बताया कि गिरफ्तार किए गए चार अपराधियों की पहचान इनामुल हक उर्फ बबलू खान (चांदनी चौक, कांके रोड), रवि आनंद उर्फ सिंघा (विद्यानगर, सुखदेवनगर), मो. शाहिद उर्फ अफरीदी खान (चंदवे बस्ती, कांके) और मो. सेराज उर्फ मदन (चंदवे बस्ती, कांके) के रूप में की गई है।
इन अपराधियों ने पुलिस को बताया कि वे गैंगस्टर सुजीत सिन्हा के ‘कोयलांचल शांति सेना’ (KSS) और प्रिंस खान के गिरोह के लिए काम करते हैं। सुजीत सिन्हा जहां झारखंड, पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ में अपना गैंग चलाता है, वहीं धनबाद का मूल निवासी प्रिंस खान वर्तमान में दुबई से अपने गैंग का संचालन कर रहा है।
बरामद हथियारों के संबंध में अपराधियों ने जो खुलासा किया, वह बेहद गंभीर है। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान से ड्रोन के माध्यम से हथियार और गोलियां भारत पहुंचाई जाती हैं। हथियारों की यह खेप पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए पंजाब के मोगा में गिराई जाती है, जहाँ से गिरोह के सदस्य इसे देश के विभिन्न हिस्सों में सप्लाई करते हैं। अपराधियों ने यह भी कबूल किया कि इस काम में पाकिस्तान का एक आतंकवादी गैंग भी उनका सहयोग करता है।
इन हथियारों का उपयोग लेवी (रंगदारी) वसूलने, दहशत फैलाने और देश के विभिन्न हिस्सों में आपराधिक वारदातों को अंजाम देने के लिए किया जाता था।
पूछताछ में यह बात भी सामने आई कि रांची में इनामुल हक उर्फ बबलू खान अपने साथियों के साथ सुजीत सिन्हा और प्रिंस खान के लिए बड़े कारोबारियों से लेवी वसूलता था। वसूली की इस मोटी रकम को प्रिंस खान तक पहुंचाया जाता था, जो उसे यूएई (दुबई) के रास्ते पाकिस्तान भेजता था। सिटी एसपी के अनुसार इस राशि का उपयोग फिर से अवैध हथियारों की खरीद और देश में अन्य आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए किया जाता था।
सिटी एसपी ने बताया कि एसएसपी राकेश रंजन को लगातार प्रिंस खान और सुजीत सिन्हा के ‘कोयलांचल शांति सेना’ के नाम पर राजधानी के व्यवसायियों व कारोबारियों से फोन पर रंगदारी मांगने और धमकी देने की शिकायतें मिल रही थीं। इसी शिकायत पर एसएसपी ने कार्रवाई का सख्त निर्देश दिया था, जिसके बाद यह सफलता हाथ लगी।
गिरफ्तार अपराधी इनामुल हक उर्फ बबलू खान ने पुलिस को बताया कि प्रिंस खान, सुजीत सिन्हा और रिया सिन्हा का संपर्क देश-विदेश के आतंकवादी व उग्रवादी गिरोहों से है। ये लोग देश की आंतरिक सुरक्षा को प्रभावित करने के लिए यह काम कर रहे थे। गैंग के सदस्य पूंजीपतियों को कॉल कर और आपराधिक घटनाओं का वीडियो भेज कर दहशत फैलाते हैं। यहां तक कि जेल में रहते हुए भी ये गैंगस्टर अपने गुर्गों के माध्यम से हत्या, रंगदारी और आगजनी जैसी घटनाएं करवाते हैं।
पुलिस के मुताबिक बबलू खान पर पहले से ही हत्या, लूट, आर्म्स एक्ट और रंगदारी के कई मामले कांके थाना (4), पिठोरिया (1), बरियातू (2), नगड़ी (1), कोतवाली (1) और डोरंडा थाना (1) में दर्ज हैं। इससे पूर्व भी रांची पुलिस सुजीत सिन्हा गिरोह के 10 सदस्यों को गिरफ्तार कर चुकी है, जिनमें डोरंडा के सत्यभामा अपार्टमेंट में फायरिंग करने वाले अपराधी भी शामिल थे। उस वक्त एक अपराधी को मुठभेड़ के दौरान गोली भी लगी थी।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिटी एसपी पारस राणा के अलावा सदर डीएसपी संजीव बेसरा, थाना प्रभारी कुलदीप कुमार और बीआईटी मेसरा ओपी प्रभारी अजय कुमार दास भी उपस्थित थे।








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