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सिल्ली से बालू चलान की आड़ में हर साल 72 करोड़ का अवैध वसूली, JLKM ने निकाला मशाल जुलूस

सिल्ली (रांची दर्पण)। झारखंड के सिल्ली क्षेत्र में चल रहे अवैध बालू खनन और उसके परिवहन को लेकर उठाए गए सवालों ने अब एक नया मोड़ ले लिया है। जेएलकेएम (झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा) के केंद्रीय वरीय उपाध्यक्ष देवेन्द्र नाथ महतो ने आरोप लगाया है कि सिल्ली से बालू की ढुलाई के आड़ में प्रतिवर्ष लगभग 72 करोड़ रुपये की अवैध वसूली की जा रही है।

महतो ने बताया कि बालू माफिया और पुलिस प्रशासन के बीच व्हाट्सएप चैट के माध्यम से सांठगांठ कर इस पूरे अवैध व्यापार को संचालित किया जा रहा है। बालू चलान के नाम पर वसूली की जा रही है। लेकिन आम उपभोक्ता को इस अवैध खेल का कोई लाभ नहीं मिल रहा।

उन्होंने सवाल उठाया कि अगर बालू ढुलाई चलान के माध्यम से हो रही है तो जरूरतमंदों को आर्थिक राहत क्यों नहीं मिल रही है? उन्होंने आरोप लगाया कि प्रति हाईवा बालू का मूल्य 50-55 हजार रुपये लिया जा रहा है। परंतु इसके बावजूद उपभोक्ता को कोई रसीद नहीं दी जाती।

महतो ने यह भी दावा किया कि अवैध बालू खनन के खिलाफ आवाज उठाने पर उनके और अन्य नेताओं के खिलाफ फर्जी मामले दर्ज किए गए हैं। उन्होंने सिल्ली थाना कांड संख्या 29/25 को इस संबंध में एक साजिश बताया और इसकी सीबीआई जांच की मांग की है।

अवैध बालू खनन और ढुलाई के खिलाफ मशाल जुलूस निकाला गया: आज दिनांक 18 मार्च 2025 को झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा की ओर से सिल्ली में अवैध बालू खनन और ढुलाई के खिलाफ एक मशाल जुलूस निकाला गया। जुलूस में सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल हुए। जिन्होंने सिल्ली से टूटकी चौक से लेकर बुंडू मोड़ तक पैदल मार्च किया। इस दौरान पुलिस प्रशासन और स्थानीय विधायक के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पुतला दहन भी किया गया।

जुलूस में मौजूद लोगों ने अवैध खनन बंद करो, झूठा FIR करना बंद करो जैसे नारे लगाए। जिससे इलाके में माहौल गरम हो गया। महतो ने कहा कि शाम होते ही सिल्ली से बड़ी संख्या में हाईवा बालू जमशेदपुर और रांची तक पहुंचाया जाता है। इस दौरान बड़े पैमाने पर अवैध वसूली की जाती है। जिससे राज्य के राजस्व को भी नुकसान हो रहा है।

महतो ने कहा, “अगर हर दिन 70-80 गाड़ियाँ अवैध रूप से बालू ढोती हैं और प्रत्येक गाड़ी से 20,500 रुपये वसूले जाते हैं, तो सालभर में करीब 72 करोड़ रुपये की अवैध वसूली हो जाती है। इस अवैध व्यापार से राज्य को तो नुकसान होता ही है। साथ ही आम आदमी पर भी इसका आर्थिक बोझ बढ़ता है। या तो इस अवैध वसूली को बंद किया जाए या फिर बालू को आम जनता के लिए फ्री कर दिया जाए।”

उन्होंने यह मांग की कि सिल्ली थाना कांड संख्या 29/25 और अवैध बालू खनन व ढुलाई मामले की सीबीआई से जांच करवाई जाए। महतो ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो उनकी टीम अवैध गाड़ियों को रोकने के लिए स्वयं ब्रेकेडिंग लगाएगी और कानूनी कार्रवाई करवाएगी।

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