रांची दर्पण डेस्क। झारखंड प्रदेश के मांडू विधानसभा सीट से आजसू विधायक निर्मल महतो ने अपने बयान से सियासत में भूचाल मचा दिया है। उन्होंने ऐलान किया कि वह मांडू सीट से इस्तीफा देंगे। ताकि आजसू प्रमुख सुदेश महतो को फिर से इस सीट से चुनाव लड़ने का अवसर मिल सके। निर्मल महतो का यह कदम पार्टी और राज्य की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ लेकर आया है।
निर्मल महतो ने अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुए कहा, “मैं मांडू विधानसभा सीट सुदेश महतो के लिए छोड़ने के लिए तैयार हूं। मैं जल्द ही उनसे मिलकर इस सीट से इस्तीफा दूंगा।”
उन्होंने यह भी कहा कि यह जीत उन्होंने सुदेश महतो, चंद्र प्रकाश चौधरी, बीजेपी-आजसू के तमाम नेताओं और मांडू के हर एक कार्यकर्ता को समर्पित की है।
बता दें कि आजसू की एकमात्र जीत मांडू सीट पर ही हुई है। जहां निर्मल महतो ने कांग्रेस के जयप्रकाश पटेल को मात्र 231 वोटों से हराया है।
इस जीत के बाद महतो ने स्पष्ट किया कि मांडू विधानसभा में उनके प्रयासों का मुख्य उद्देश्य हमेशा से क्षेत्रीय विकास और गरीबों की आवाज उठाना रहा है और यह काम सुदेश महतो और उनके नेतृत्व में बेहतर तरीके से किया जा सकता है।
निर्मल महतो ने आगे कहा, “सुदेश महतो ने हमेशा गरीबों की आवाज उठाई है और ऐसा नेता झारखंड में कहीं नहीं है। उनकी उपस्थिति विधानसभा में न केवल राज्य की राजनीति के लिए जरूरी है, बल्कि गरीबों और समाज के वंचित वर्गों के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।”
ज्ञात हो कि सुदेश महतो ने सिल्ली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन उन्हें झामुमो के उम्मीदवार अमित महतो से हार का सामना करना पड़ा है। अब निर्मल महतो के इस कदम से यह सवाल उठने लगा है कि क्या सुदेश महतो मांडू से चुनाव लड़ेंगे और क्या आजसू के इस निर्णय से पार्टी के जनाधार को और मजबूती मिलेगी।
निर्मल महतो ने कार्यकर्ताओं से भी अपील की कि वे आगामी चुनावों की तैयारी शुरू करें और सुदेश महतो को मांडू से विधायक बनाकर विधानसभा भेजें। उनका यह बयान पार्टी के भीतर और राज्य में आने वाले राजनीतिक बदलावों की दिशा को स्पष्ट रूप से दर्शाता है।
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