1 मार्च खूंटी (रांची दर्पण)। खूंटी जिले में जल संरक्षण को लेकर चलाये जा रहे जनशक्ति से जलशक्ति अभियान के बाद एक और अभियान की शुरूआत की गई है, जिसका नाम दिया गया है बनई नदी बचाओ अभियान।
मुहिम के पहले दिन जिले के डीसी शशि रंजन, एसडीएम हेमंत सती, अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के सदस्य कालीचरण मुंडा, कांग्रेस सहकारिता प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव नईमुद्दीन खां, बीडीओ प्रदीप भगत, मुरहू के प्रभारी चिकित्सक डा सुजीत मांझी, जगदीश मुंडा, जगन्नाथ मुंडा, सेवा वेलफेयर सोसाईटी के अध्यक्ष समेत जामटोली और घाघरा गांव के डेढ़ सौ ग्रामीण महिला-पुरूष अभियान से जुड़े। सबने मदईत (श्रमदान) से चंद घंटों में 150 फीट बोरीबांध का निर्माण कर डाला।
डीसी शशि रंजन ने कहा कि पानी की किल्लत का अहसास ग्रामीणों को है। अब गांव के लोग जागरूक हो गए हैं और पारंपरिक तरिके से जल संरक्षण का काम कर रहे हैं, जो प्रसंसनीय है। यहां काफी बड़े क्षेत्र में किसानों के द्वारा तरबूज की खेती की गई है। किसानों की मांग सोलर पंपसेट है, जिसे पूरा करने का प्रयास जिला प्रशासन के द्वारा किया जाएगा।
अब इन दोनो गांवों के ग्रामीण अभी और तीन बोरीबांध का निर्माण बनई नदी पर करेंगे। अब ग्रामीणों में जागरूकता आ गई है। अब नदी का पुर्नउत्तान आसान हो गया है।
सेवा वेलफेयर सोसाईटी के देवा हस्सा ने कहा कि बनईनदी को बचाने का मुहिम शुरू किया गया है। बोरीबांध एक ऐसा माध्यम से जिससे जल संरक्षण तो होगा ही, ग्रामीणों को नदी से जोड़ा जा सकेगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों के प्रयास से ही नदी को बचाया जा सकता है।