
रांची दर्पण संवाददाता। झारखंड के प्रख्यात वरिष्ठ पत्रकार और आजाद सिपाही समाचार पत्र के संचालक संपादक हरिनारायण सिंह का रविवार को निधन हो गया। लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे हरिनारायण सिंह के निधन की खबर ने पत्रकारिता जगत में शोक की लहर दौड़ा दी है। उनके पुत्र राकेश सिंह ने सोशल मीडिया के माध्यम से इस दुखद समाचार की पुष्टि की, जिसके बाद पत्रकारों, राजनेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।
हरिनारायण सिंह ने पत्रकारिता के क्षेत्र में चार दशक से अधिक समय तक अपनी अमिट छाप छोड़ी। उन्होंने प्रभात खबर में लंबे समय तक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जहां उनकी निष्पक्ष और जनहितकारी पत्रकारिता ने उन्हें व्यापक पहचान दिलाई।
इसके बाद उन्होंने हिंदुस्तान अखबार में संपादक के रूप में कार्य किया, जहां उनकी लेखनी ने सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर गहरी छाप छोड़ी। हाल के वर्षों में वे आजाद सिपाही के संचालक संपादक के रूप में सक्रिय थे, जहां उन्होंने झारखंड आंदोलन और सामाजिक सरोकारों को अपनी पत्रकारिता के केंद्र में रखा।
उनकी लेखनी न केवल खबरों को प्रस्तुत करती थी, बल्कि समाज में बदलाव लाने का एक माध्यम भी थी। उन्होंने हमेशा जनता की आवाज को बुलंद किया और सत्ता से सवाल पूछने का साहस दिखाया। उनके सहकर्मी और शिष्य उन्हें एक मार्गदर्शक के रूप में याद करते हैं, जिन्होंने न केवल पत्रकारिता के उच्च मानदंड स्थापित किए, बल्कि युवा पत्रकारों को भी प्रेरित किया।
हरिनारायण सिंह की पत्रकारिता ने झारखंड के सामाजिक और राजनीतिक परिदृश्य को गहराई से प्रभावित किया। उनकी खबरें और संपादकीय टिप्पणियां निष्पक्षता और गहन विश्लेषण का प्रतीक थीं।
आजाद सिपाही के माध्यम से उन्होंने स्थानीय मुद्दों को राष्ट्रीय मंच पर लाने का कार्य किया, खासकर झारखंड आंदोलन के दौरान उनकी भूमिका को भुलाया नहीं जा सकता। उनके निधन को पत्रकारिता जगत में एक युग के अंत के रूप में देखा जा रहा है।
हरिनारायण सिंह के निधन पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने लिखा, “हरिनारायण सिंह जी का निधन पत्रकारिता जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। उनकी लेखनी ने समाज की सेवा की। मरांग बुरु उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे।”
हरिनारायण सिंह का जीवन और कार्य न केवल पत्रकारों, बल्कि समाज के हर वर्ग के लिए प्रेरणा का स्रोत रहेगा। उनकी निष्पक्ष पत्रकारिता, सामाजिक सरोकारों के प्रति प्रतिबद्धता और युवा पत्रकारों को दिशा दिखाने का जज्बा हमेशा याद किया जाएगा। उनके निधन से उत्पन्न रिक्तता को भरना असंभव है, लेकिन उनकी शिक्षाएं और मूल्य पत्रकारिता के क्षेत्र में जीवित रहेंगे।
रांची दर्पण की ओर से हरिनारायण सिंह को भावपूर्ण श्रद्धांजलि। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे और उनके परिवार को इस दुख को सहने की शक्ति दे।