“यह घटना प्रशासनिक लापरवाही और जनता के धैर्य की परीक्षा का स्पष्ट उदाहरण है। क्या झारखंड सरकार इस समस्या का समाधान निकाल पाएगी या यह आंदोलन और बड़ा रूप ले लेगा…?
धनबाद (रांची दर्पण)। मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना से वंचित महिलाओं का गुस्सा सड़कों पर फूट पड़ा। योजना की राशि नहीं मिलने से नाराज महिलाओं ने अंचल कार्यालय का घेराव किया और वहां अधिकारियों की गैरमौजूदगी से आक्रोशित होकर सड़क पर प्रदर्शन किया। गुस्साई महिलाओं ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पोस्टर फाड़कर जलाए और रोड जाम कर दिया।
प्रदर्शनकारियों ने सवाल उठाया कि हमारी गलती क्या है? राशि क्यों नहीं मिली और यह बताने वाला भी कोई नहीं है। महिलाओं ने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि इस योजना में पारदर्शिता नहीं लाई गई तो आंदोलन और भी उग्र होगा।
सुबह से ही अंचल कार्यालय पर लगभग 300 महिलाएं और युवतियां इकट्ठा हो गईं। इनमें से कई महिलाएं पिछले चार-पांच दिनों से अंचल कार्यालय का चक्कर लगा रही थीं, लेकिन हर बार उन्हें ताला लटका मिला। इस बार उनकी नाराजगी और गहरी हो गई जब कोई भी अधिकारी उनकी समस्या सुनने नहीं आया।
आक्रोशित महिलाओं ने अंचल कार्यालय के बाहर लगाए गए मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के पोस्टर को फाड़कर सड़कों पर आग के हवाले कर दिया। पोस्टर जलाने के बाद महिलाओं ने सड़क को पूरी तरह से जाम कर दिया, जिससे यातायात बाधित हो गया। महिलाओं का कहना था कि या तो योजना का लाभ सभी को दिया जाए या फिर इसे बंद कर दिया जाए।
प्रदर्शन में शामिल कई युवतियों ने बताया कि वे कॉलेज छोड़कर अंचल कार्यालय आ रही हैं, लेकिन यहां कोई सुनवाई नहीं हो रही। युवतियों ने कहा कि हमें योजना के फॉर्म में गलती तक नहीं बताई जा रही। रांची में महिलाओं को बुलाकर राशि दी जा रही है और यहां हमें बार-बार दौड़ाया जा रहा है।
प्रदर्शन के दौरान प्रशासन का कोई भी अधिकारी मौके पर मौजूद नहीं था। महिलाओं ने कहा कि डीसी ऑफिस जाने पर उन्हें फिर अंचल कार्यालय भेजा जाता है, लेकिन वहां न तो अधिकारी मौजूद हैं और न ही कोई समाधान दिया जा रहा है।
इस पूरे मामले पर मंईयां सम्मान योजना के नोडल अधिकारी ने कहा कि प्रदर्शन के दौरान पोस्टर जलाने और तोड़फोड़ करने वालों की पहचान की जा रही है। वीडियो फुटेज के आधार पर दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
महिलाओं ने मांग की है कि योजना में सभी पात्र महिलाओं को शामिल किया जाए और फॉर्म की त्रुटियों को सुधारने की प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाया जाए। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने जल्द कदम नहीं उठाए तो वे रांची जाकर मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगी।
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