रांची दर्पण डेस्क। झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (जेएसएससी) द्वारा संचालित सीजीएल परीक्षा के रद्द करने को लेकर छात्रों का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है। छात्रों ने इस फैसले के खिलाफ सोशल मीडिया पर डिजिटल अभियान छेड़ दिया है, जिसका असर आज रविवार को देखने को मिला।
झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा के उपाध्यक्ष देवेंद्रनाथ महतो ने चरणबद्ध त्रिदिवसीय आंदोलन का ऐलान किया है। इसके दूसरे दिन रविवार को सोशल साइट X पर ‘#cancel_jssc_cgl’ कैंपेन चलाया गया।
इस डिजिटल विरोध में शुरू के एक घंटे में ही एक लाख से ज्यादा ट्वीट और रीट्वीट हो गए, जिससे यह ट्रेंड इंडिया के नंबर वन स्थान पर आ गया। देर शाम तक यह आंकड़ा पांच लाख के पार पहुंच गया।
इस डिजिटल आंदोलन से यह साफ हो गया है कि छात्र सरकार और प्रशासन से इस मुद्दे पर त्वरित और सटीक कार्रवाई की उम्मीद कर रहे हैं।
उसके बाद रांची स्थित बापू वाटिका में एक प्रेस वार्ता के दौरान देवेंद्रनाथ महतो ने बताया कि आंदोलन के तीसरे दिन यानी सोमवार को राज्य के सभी उपायुक्त कार्यालयों के माध्यम से मुख्यमंत्री, राज्यपाल और जेएसएससी अध्यक्ष को ज्ञापन भेजा जाएगा। इसके साथ ही चीफ जस्टिस और राष्ट्रपति को भी लोकतांत्रिक तरीके से ज्ञापन सौंपा जाएगा।
प्रेस वार्ता के दौरान छात्र नेता इमाम सफी, योगेश भारती, मनोज यादव और कुणाल सिंह समेत कई अन्य छात्र नेता भी मौजूद थे।
बता दें कि मुख्यमंत्री ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक पोस्ट जारी कर प्रश्नपत्र लीक के साक्ष्य सौंपने की अपील की थी। वहीं झारखंड विधानसभा नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने भी इस ट्विटर अभियान का समर्थन किया है।
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