राँची दर्पण डेस्क। धनबाद के जज उत्तम आनंद की मौत के मामले में सीबीआई ने नया ऐंगल जोड़ा है। सुनवाई के दौरान सीबीआई की ओर से कोर्ट को जानकारी दी गई है कि मोबाइल लूट की कोशिश में भी जज की हत्या की गयी है।
इस पर कड़ी नाराजगी जताते हुए चीफ जस्टिस डॉ रवि रंजन और जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद की अदालत ने कहा कि सीबीआई की जांच में कुछ भी नया नहीं है। हर बार एक नयी दलील देकर जांच को खींचा जा रहा है।
सीबीआई मोबाइल लूट की आशंका जता रही है, जबकि सीसीटीवी फुटेज में लूट की घटना दिखाई नहीं दी है। सीसीटीवी फुटेज से स्पष्ट है कि जज को जानबूझकर मारा गया है।
सीबीआई की ओर से कहा गया कि जांच अभी भी जारी है और सीबीआई हरसंभव कोशिश कर रही है। ब्रेन मैपिंग और नार्को टेस्ट में भी उन्हें कुछ नहीं मिला।
कुछ और जांच कराए गए हैं, जिसकी रिपोर्ट 10 जनवरी तक आएगी। जांच रिपोर्ट के आधार पर सीबीआई नयी रिपोर्ट पेश करेगी।
इस पर कोर्ट ने टिप्पणी की कि सीबीआई द्वारा किसी भी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पाने से यह कांड रहस्य की ओर बढ़ता हुआ ही नजर आ रहा है। क्योंकि जितना समय अभियुक्तों को मिल रहा है, उससे सबूतों को जुटाने में उतनी ही दिक्कत होगी।
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