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महिला सशक्तिकरणः गुमला के सिसई पड़ाव पहुंची मंईयाँ सम्मान यात्रा

रांची दर्पण डेस्क। गुमला जिले के सिसई प्रखंड में मंईयाँ सम्मान यात्रा के तहत आयोजित एक विशाल कार्यक्रम में राज्य सरकार के महत्वपूर्ण महिला सशक्तिकरण योजनाओं को विस्तार से प्रस्तुत किया गया।

इस मौके पर मंत्री बेबी देवी ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की सोच महिलाओं को आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त करने की है। “झारखंड मुख्यमंत्री मंईयाँ सम्मान योजना” के तहत पिछले दो महीनों में हजारों महिलाओं के खातों में आर्थिक सहायता राशि जमा की गई है, जिससे वे अपने और अपने बच्चों के भविष्य को संवार सकें।

कृषि मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने भी इस अवसर पर महिलाओं को संबोधित करते हुए राज्य सरकार की योजनाओं का उल्लेख किया, जिसमें महिलाओं को 11 हजार करोड़ रुपये का क्रेडिट लिंकेज देने की बात कही गई।

उन्होंने बताया कि राज्य में शिक्षा, खेल, स्वास्थ्य और कृषि के क्षेत्रों में व्यापक काम किया जा रहा है, और विशेष रूप से महिलाओं को खेती के माध्यम से सशक्त करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री की पत्नी एवं विधायक कल्पना सोरेन मुर्मू ने भी महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड की आदिवासी संस्कृति और भाषा पर गर्व है और मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन इसे संरक्षित करने और सशक्त बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं।

उन्होंने कुड़ुख भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने के लिए मुख्यमंत्री के द्वारा उठाए गए कदमों का जिक्र किया।

गुमला विधायक भूषण तिर्की और सिसई विधायक जिग्गा सुसारन होरो ने भी इस यात्रा को महिलाओं के आत्मसम्मान और आत्मविश्वास को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल बताया।

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं जैसे बिरसा हरित ग्राम योजना, सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना और मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना का उल्लेख करते हुए उन्होंने राज्य की महिलाओं को आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।

यह कार्यक्रम न केवल राज्य की महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था, बल्कि उनके आत्मसम्मान और आत्मविश्वास को भी मजबूती देने का प्रयास था।

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