Home अपराध नाबालिग को शादी का झांसा देकर भगाने वाला युवक पहुंचा लाल कोठी

नाबालिग को शादी का झांसा देकर भगाने वाला युवक पहुंचा लाल कोठी

मेसरा (रांची दर्पण संवाददाता)। बीआइटी मेसरा थाना पुलिस ने एक समुदाय विशेष की नाबालिग लड़की को शादी का झांसा देकर भगाने के आरोप में ओरमांझी थाना क्षेत्र के हरचंडा गांव निवासी सूरज कुमार (19 वर्ष), पिता मनोज साह, को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया। वहीं, नाबालिग लड़की को नामकुम स्थित शेल्टर होम में भेजा गया है। इस मामले ने स्थानीय समुदाय में चर्चा का विषय बना हुआ है, और पुलिस की त्वरित कार्रवाई की सराहना की जा रही है।

थाना प्रभारी अजय कुमार दास के अनुसार यह घटना 13 अक्तूबर को सामने आई, जब नाबालिग लड़की के पिता ने बीआइटी मेसरा थाना में लिखित शिकायत दर्ज की। शिकायत में बताया गया कि सूरज कुमार ने नाबालिग को शादी का झांसा देकर बहलाया और उसे भगा ले गया।

इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई शुरू की। गुप्त सूचना के आधार पर ओरमांझी थाना पुलिस ने सूरज और नाबालिग को हिरासत में लिया और बाद में उन्हें बीआइटी मेसरा थाना को सौंप दिया।

बीआइटी मेसरा थाना पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई की। सूरज कुमार के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं और नाबालिगों के संरक्षण से संबंधित कानूनों के तहत मामला दर्ज किया गया।

पूछताछ के बाद सूरज को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया, जबकि नाबालिग को उसकी सुरक्षा और देखभाल के लिए नामकुम के शेल्टर होम में स्थानांतरित कर दिया गया। थाना प्रभारी ने बताया कि मामले की जांच अभी जारी है और सभी कानूनी पहलुओं की गहन पड़ताल की जा रही है।

इस घटना ने स्थानीय समुदाय में नाबालिगों की सुरक्षा और उनके अधिकारों को लेकर चर्चा को जन्म दिया है। सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए समाज में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है। खासकर ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में किशोरियों को उनके अधिकारों और कानूनी संरक्षण के बारे में शिक्षित करने की जरूरत है। साथ ही अभिभावकों को भी अपने बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने की सलाह दी जा रही है।

पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई ने न केवल मामले को जल्दी सुलझाने में मदद की, बल्कि यह भी दर्शाया कि कानून व्यवस्था के प्रति उनकी प्रतिबद्धता अटल है। बीआइटी मेसरा और ओरमांझी थाना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई ने इस मामले में त्वरित और प्रभावी परिणाम दिए। स्थानीय लोगों ने पुलिस की इस सक्रियता की सराहना की है और उम्मीद जताई है कि भविष्य में भी ऐसी घटनाओं पर कड़ा रुख अपनाया जाएगा।

पुलिस सूत्रों के अनुसार इस मामले में और भी कुछ तथ्य सामने आ सकते हैं। जांच के दौरान यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या इस घटना में अन्य व्यक्तियों की भी संलिप्तता थी। साथ ही नाबालिग की सुरक्षा और उसके भविष्य को लेकर शेल्टर होम में उचित कदम उठाए जा रहे हैं।

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