रांची दर्पण डेस्क। कुड़मी को अनुसूचित जनजाति (एसटी) में सूचीबद्ध कराने को लेकर एक बार फिर से आंदोलन शुरू किया जायेगा। इस बार झारखंड और ओड़िशा में भी आंदोलन किया जायेगा।
पिछली बार पश्चिम बंगाल के झाड़ग्राम और अन्य जगहों पर पांच दिनों तक रेल रोको आंदोलन किया गया। कुड़मी समाज की पश्चिम बंगाल के झाड़ग्राम में हुई बैठक में इस आशय का निर्णय लिया गया।
बैठक की अध्यक्षता कुड़मी समाज, बंगाल के अध्यक्ष राजेश महतो ने की। बैठक में कुड़मी विकास मोर्चा झारखंड के अध्यक्ष शीतल ओहदार, कुड़मी सेना के अध्यक्ष लालटू महतो, कुड़मी सेना, ओड़िशा के अध्यक्ष जयमुनी मोहंता, सपन महतो, दानी महतो, ओमप्रकाश महतो, सतीश महतो, अशोक महतो सहित सैकड़ों की संख्या में पदाधिकारी उपस्थित थे।
कुड़मी समाज के अध्यक्ष राजेश महतो ने कहा कि रेल रोको आंदोलन को खत्म कराने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार ने हमसे यह वायदा किया था कि सरकार हमारी मांगों को पूरा करेगी। इसलिए आंदोलन को खत्म किया गया। अब त्योहार का समय चल रहा है। इसलिए सरकार को दो माह का समय दिया गया है।
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