बिष्टुपुर थाना की पुलिस ने इंटरनेट मीडिया में भड़काऊ बातें पोस्ट करने के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। हिंदुत्व ग्रुप के नाम से एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर किसी खास समुदाय के लोगों को निशाने पर लेने की योजना बनाई जा रही है।
जमशेदपुर। बिष्टुपुर थाना की पुलिस ने इंटरनेट मीडिया में भड़काऊ बातें पोस्ट करने के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों में बिष्टुपुर थाना क्षेत्र धतकीडीह हरिजन बस्ती निवासी सुब्रतो मुखी, ऋषभ मुखी और कदमा रामनगर का अंकित मुखी है। सभी को गुरुवार को न्यायालय में पुलिस ने प्रस्तुत किया जहां से न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। तीनों की उम्र 20 से 25 के करीब है। इधर, जमशेदपुर पुलिस ने लोगों से अपील की है कि किसी भी अफवाह में न आएं। कोई ऐसा कृत्य न करें जिससे विधि व्यवस्था प्रभावित हो।
इंटरनेट मीडिया पर रखी जा रही पैनी नजर
इसकी जानकारी देते हुए बिष्टुपुर थाना प्रभारी अंजनी कुमार ने बताया कि कदमा के शास्त्रीनगर में दो समुदाय के बीच हुई हिंसक घटना के बाद से पुलिस इंटरनेट मीडिया पर लगातार पैनी नजर रखी जा रही थी। 12 अप्रैल को तकनीकी माध्यम से पुलिस को सूचना मिली कि कुछ लोगों द्वारा हिंदुत्व ग्रुप नाम से व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर मैसेज के माध्यम से किसी खास समुदाय के लोगों के धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने की योजना बनाई जा रही है।
पूछताछ में तीनों आरोपितों ने मानी अपनी गलती
तकनीकी साक्ष्य का त्वरित सत्यापन के क्रम में उपरोक्त हिंदुत्व ग्रुप के ग्रुप एडमिन सुब्रतो मुखी को पहले गिरफ्तार किया गया। इसके बाद धार्मिक उन्माद फैलाने वाले अन्य दो उपरोक्त व्हाट्सएप ग्रुप के सदस्य ऋषभ मुखी और अंकित मुखी की गिरफ्तारी हुई।
पूछताछ में तीनों आरोपितों ने धार्मिक उन्माद फैलाने में अपनी संलिप्तता को स्वीकार किया। तत्पश्चात उन सभी के पास से उपरोक्त व्हाट्सएप ग्रुप से संबंधित मोबाइल को जब्त किया गया।
कदमा में दो गुट आपस में भिड़े
गौरतलब है कि जमशेदपुर के कदमा शास्त्रीनगर ब्लॉक नंबर-3 चौक के पास महावीरी झंंडे के बांस में कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा पालीथीन में मांस बांध दिए जाने की घटना से पूरे इलाके में जमकर बवाल हुआ। इस मामले में दो गुट आपस में भिड़ गए थे, जिन्हें काबू में लाने के लिए पुलिस बल की भारी तैनाती की गई थी।