रांची दर्पण डेस्क। झारखंड की राजधानी रांची में जिला प्रशासन की ओर से शुक्रवार की हिंसा से जुड़े उपद्रवकारियों के पोस्टर लगाने के बाद कुछ ही घंटे में उतार दिया गया।
जिला प्रशासन की तरफ से जाकिर हुसैन पार्क के पास उपद्रवियों का पोस्टर लगाने का काम शाम चार बजे के बाद लगाना शुरू किया गया था।
इसके बाद एक फोन की घंटी बजी और लग रहे पोस्टरों को उतार लिया गया। पुलिस का कहना है कि पोस्टर संशोधन के लिए उतारा गया है।
राजनीतिक हलकों में इससे खलबली मच गयी, और काफी गहमागहमी शुरू हो गयी। पूरे प्रशासनिक महकमे में यह चर्चा का विषय हो गया है कि आखिर किसके कहने पर पोस्टर हटाये गये।
मालूम हो कि राज्यपाल रमेश बैस ने सोमवार 13 जून को राज्य के डीजीपी, एडीजीपी, रांची के उपायुक्त और एसएसपी को बुलाकर यह पूछा था कि क्यों हिंसा हुई।
इसके अलावा उन्होंने उपद्रवियों का पोस्टर जारी करने का निर्देश दिया था। इसके 24 घंटे बाद जिला प्रशासन ने कार्रवाई भी की। लेकिन न जाने ‘किसकी’ फोन की घंटी से सारे पोस्टर उतार दिए गए।
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