रांची दर्पण (मोहसिन)। ओरमांझी प्रखंड के चकला गांव के रासपीडा स्थित ग्रामीण सड़क व चकला मिडिल स्कूल के पास सड़क बरसात आते ही चलने लायक नही रह गया। कच्चा सड़क होने के कारण पानी का जमाव से पूरा इलाका हल से जोता खेत का रूप ले चुका है।
कच्चा सड़क में लोगों के आवागमन में काफी परेशानी हो रहा है न ही पैदल चला जा सकता है न ही गाड़ी ही पार किया जा सकता है कई कई बार छोटी मोटी दुर्घटना भी हो चुकी है। सड़क की स्थिति देखकर ग्रामीण काफी परेशान है।
ग्रामीणों का कहना है कि सड़क की स्थिति यही रही तो हम लोग इस बार धान की रोपनी सड़क पर ही करेंगे। वही ग्रामीणों ने बताया कि जनप्रतिनिधियों को इसकी सूचना कई कई बार दी गई है मगर कोई संज्ञान नहीं ली जाती है। जिससे लोग प्रतिनिधियों के खिलाफ काफी रोष है।
ग्रामीणों ने कहा कि चकला पंचायत के मुखिया बीना देवी द्वारा पंचायत में कई कई योजनाएं चलाई जा रही है, लेकिन रासपीडा के पास की सड़क पर कोई ध्यान नहीं दी जा रही हैं।
जिसका नतीजा है कि सड़क की स्थिति काफी दयनीय हो गई है। कई कई बार गांव के समाजसेवी द्वारा गड्ढे सड़क पर मिट्टी भरने का काम किया गया, जिसका नतीजा है कि मिट्टी अब कीचड़ का रूप धारण कर चुका है अब लोगों को सड़क जंजाल का रूप धारण कर चुका है।
ज्ञात हो कि 10 साल पहले सरकारी योजना के तहत सड़क निर्माण के लिए सरकारी स्वीकृति मिली थी मगर ना जाने किस वजह से सड़क नहीं बन पाई, जिस कारण आज लोगों को समस्याएं झेलनी पड़ रही है।
जनप्रतिनिधियों की अगर रहमोकरम रही तो बहुत जल्द कच्ची सड़क बनकर तैयार हो जाएगी। मगर अगर ग्रामीणों पर प्रतिनिधियों का रहमोकरम नहीं रहा तो लोगों को बरसात भर समस्याएं झेलनी पड़ेगी। इस सड़क से हजारों लोगों का प्रतिदिन आवागमन होता है।
ग्रामीणों ने पानी निकासी के लिए कई जगहों पर नाली निर्माण के लिए मांग मुखिया से किया मगर कोई सुनवाई नहीं हो रही। जिस कारण चारों और कीचड़ ही कीचड़ नजर आ रही है। बरसात आते है जनप्रतिनिधियों व सरकारी महकमा का पोल खुल गया है।