रांची दर्पण डेस्क। ओरमांझी थाना क्षेत्र में एनएच-20 किनारे एक लाइन होटल में भाजपा एसटी मोर्चा के जिलाध्यक्ष जीतराम मुंडा की हुई हत्या मामले में पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस को आशंका है कि इस युवक ने हत्या के पहले रेकी की थी। वहीं पुलिस एसआईटी की टीम मुख्य हत्यारोपी मनोज मुंडा की तलाश में जुटी है।
बता दें कि ओरमांझी में कांग्रेस विधायक बंधु तिर्की का पुतला दहन कार्यक्रम में शामिल होने के बाद जीतराम मुंडा पालू स्थित अपने होटल के लिए निकले थे। लेकिन रास्ते में एक ढाबे में चाय पीने के लिए रुके। इसी बीच बाइक पर सवार होकर आये अपराधी ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी।
पुलिस जांच में यह बात सामने आयी है कि जीतराम की हत्या के लिए बकायदा रेकी की जा रही थी। रेकी करने वाला स्कूटी पर सवार था और ओरमांझी ब्लॉक से ही उन्हें फॉलो कर रहा था।
पुलिस सूत्रों के की मानें तो जीतराम मुंडा की हत्या के लिए पीएलएफआई के शूटर को लगाया गया था। वैसे इस घटना के पीछे मनोज मुंडा का हाथ माना जा रहा है।
घटना के बाद से ही मनोज मुंडा फरार बताया जाता है और उसकी गिरफ्तारी के लिए रांची के विभिन्न इलाकों में छापेमारी की जा रही है।
मिली जानकारी के अनुसार मनोज का मोबाइल लोकेशन भी घटना के वक्त वारदात स्थल का ही मिला है। उसके बाद से ही मनोज का फोन स्विच ऑफ है। इस कारण शक की सुई मनोज की तरफ घूम रही है।
वर्ष 2017 में भी जीतराम मुंडा पर फायरिंग हुई थी। मनोज मुंडा ने ही फायरिंग की थी। जिसके बाद उसे जेल भेजा गया था, लेकिन जमानत मिलने के बाद वह हाल ही में जेल से बाहर आया था।
मनोज मुंडा पर अपनी पत्नी की हत्या का आरोप था। जीतराम मुंडा ने मनोज के खिलाफ गवाही दी थी, जिसके बाद न्यायालय द्वारा मनोज को 7 साल की सजा हुई थी। इसके बाद से ही वह जितराम मुंडा को मारने की साजिश में जुटा था।
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