ओरमांझी (राँची दर्पण)। ओरमांझी थाना पुलिस ने नवनियुक्त होमगार्ड अभ्यर्थियो के जत्था को मंगलवार को रोक दिया। होमगार्ड अभ्याथी मुख्यमंत्री से मिलकर मांग पत्र सौपने के लिए 50 की संख्या में निकले थे। इसी बीच ओरमांझी पुलिस ने टोल प्लाजा के पास जत्था को कोरोना हवाला देकर रोक दिया गया।
मालूम हो कि 2019-21 होमगार्ड बाहली प्रत्येक जिला में निकला था।1298 अभ्यर्थी का चयन हज़ारीबाग़ उपायुक्त के अध्यक्षता में किया गया था। जिला में उपायुक्त ने एक औपबंधिक सूची भी प्रकाशित किया गया था।
उसमें कुछ त्रुटि को सुधारकर फाइनल सूची 30 नवंबर तक प्रकाशित करने की बात हज़ारीबाग़ के उपायुक्त द्वारा कहा गया था।
फाइनल सूची जारी करने व नियुक्ति पत्र को लेकर हज़ारीबाग़ अभ्यर्थी उपायुक्त से बार-बार गुहार लगा रहे थे। अभ्यर्थियो ने अपनी मांग को लेकर 11 दिसंबर को अनिश्चितकाली भूख हड़ताल पर बैठ गए।
भूख हड़ताल के तीसरे दिन उपायुक्त ने अनियमितता का आरोप लगाकर पूरा नियुक्ति प्रक्रिया को ही रद्द कर दिया गया।
अभ्यार्थियों ने बताया कि इस आंदोलन के 33 दिन हो गए है ।इस बीच अभ्यथियों ने कई बार मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन,कृषि मंत्री बादल पत्रलेख व श्रम नियोजन मंत्री सत्यानंद भोक्ता से भी मिले।
उन्होंने समस्या का समाधान करने का निर्णय लिया। लेकिन उनकी अस्वाशन पर अभ्यर्थी ज्यादा दिन होने पर 11 जनवरी को मुख्यमंत्री दर्शन दो नारा के साथ अपनी मांग को लेकर निकल गए।
लेकिन राँची जाते वक्त पुलिस ने जत्था को टोल प्लाजा ओरमांझी में रोक दिया। आंदोलन के नेतृत्वकर्ता आदर्श युवा संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष सह युवा आन्दोलनकरीं गौतम कुमार ने कहा कि चयन प्रक्रिया में अभ्यर्थियों की क्या गलती है।
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