“इससे पहले जब चकला में कोरोना की मरीज होने की पुष्टि हुई तो प्रशासन द्वारा मरीज के घर से 200 फिट दूरी तक को कंटेनमेंट जोन घोषित कर बांस-बली से सील कर दिया गया था। जबकि वह मरीज मेदान्ता में भर्ती थी। मगर इस बार चेतनबारी में कुछ अलग ही नजारा देखने को मिला है। जहां कोरोना पॉजिटिव मरीज के साथ उनकी बीवी को साथ रहने की अनुमति मिल गई है…
ओरमांझी (मोहसिन)। ओरमांझी प्रखण्ड के चेतनबारी गांव निवासी एक 31वर्षीय नेवी जवान के कोरोना पोजेटिव निकलने के बाद लोग काफी डरे सहमे हैं। जवान जब घर आया था तो लोगों को खूब मिठाईयां बांटी थी, लेकिन अब उसी से लोग डरे सहमे हुए हैं।
मालूम हो कि कोरोना पोजेटीब मरीज केरल के कोची में पोस्टिंग है। वह अपने ड्यूटी से छुट्टी लेकर 11 जुलाई को अपना घर पहुंचा है। घर पहुंचने पर नेवी के जवान ने अपने घरवालों को बताया कि उसे कोरोना बीमारी है। इसलिए सब दूर रहें।
उसके बाद से वह अपने घर पर सतर्कता बरतते हुए अपनी पत्नी संग होम कोरोटाइन है। हालांकि जवान का कोरोना जांच रिपोर्ट 13 जुलाई पोजेटिव आया लेकिन उसमें कोरोना का किसी तरह का कोई लक्षण नहीं है।
जवान की कोरोना पोजेटीब आने की खबर जिला प्रशासन को मिलते ही मंगलवार को अंचलाधिकारी शिव शंकर पांडे के नेतृत्व में ओरमांझी थाना तीन व मेडिकल टीम मरीज के गांव पहुंचकर मामले की पूरी जानकारी लिया और मरीज के घर को कंटेन्मेंट जोन घोषित कर लोगों को उधर आने जाने की सख्त मनाही कर दी गई है। सिर्फ मरीज के परिजनों को सतर्कता बरतते हुए खाना पचाने की अपील किया गया है।
कोरोना पोजेटीब मरीज के से अंचल अधिकारी ने फोन पर बात कर कहा कि पूरी सतर्कता बरतते हुए अपने घर पर ही 17 दिन तक रहें और अगर किसी तरह की कोरोना का लक्ष्य मिलता है तो प्रशासन को इस कि जानकारी दें। मरीज के पिता ने बताया कि दस साल से मेरे बेटे को खांसी की शिकायत है।
मरीज के घर आसपास के लोगों का हुआ स्कैनिंग जांचः मेडिकल टीम ने अनुमानित लोगों से मिलकर स्कैनिंग जांच किया और पता लगाया कि किसी तरह की किसी में कोई लक्षण तो नहीं, जिससे कोरोना वायरस की जांच किया जा सके। अंचल अधिकारी ने मेडिकल टीम को कोरोना पोजेटीब मरीज के पत्नी का कोरोना जांच करने की आदेश दिया ।
मरीज के घर को ही कंटेन्मेंट जोन बनाया गयाः कोरोना पोजेटीव मरीज के घर को ही सिर्फ सील किया गया, जबकि मरीज के घर से लगभग 200 फीट दूरी तक को कंटेन्मेंट जोन बनाया जाना चाहिए था, ताकि कोई कोरोना की चपेट में न आ जाए।