राँची दर्पण डेस्क। पुलिस ने बीते 15 जनवरी की शाम राँची रेलवे स्टेशन से एक सिमडेगा की एक नाबालिग को दिल्ली ले जाकर बेचने से बचाया था। वहीं अजगुत लोहरा (31) नामक मानव तस्कर को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था।
जेल जाने से पहले ट्रैफिकर अजगुत ने कई खुलासे किए है। उसने पुलिस को बताया है कि वह इससे पहले सिमडेगा की कई लड़कियों को दिल्ली में बेच चुका है। दिल्ली में एक लड़की के भेजने पर उसे 20 हजार रुपए की कमीशन मिलता था।
सिमडेगा से उसे राँची पंकज नाम का युवक लाकर लड़कियों को सौंपता था। उसे सिमडेगा से राँची पहुंचाने के एवज में एक लड़की पर वह 5000 रुपए की कमीशन देता था।
वहीं अजगुत दिल्ली में पूजा नाम की लड़की को दिल्ली में भेजता था। पूजा उसे एक लड़की पर 20 हजार का कमीशन देती थी। अजगुत ने दिल्ली में रहने वाली पूजा का मोबाइल नंबर भी उपलब्ध कराया है। जिसपर उससे बात होती थी।
अब पुलिस पूजा और पंकज नाम के युवक की तलाश कर रही है जो इस ट्रैफिकिंग के सिंडिकेट में शामिल है। इधर पुलिस की जांच में यह बात भी सामने आई की गिरफ्तार ट्रैफिकर अजगुत कोलेबिरा सिमडेगा का रहने वाला है।
लेकिन वह दिल्ली के निहाल बिहार नांगलोई पश्चिमी दिल्ली में रहता है। वहीं से लड़कियों की खरीद बिक्री स्थानीय दलालों के माध्यम से करता है।
पकड़े गए दलाल अजगुत ने पुलिस को बताया कि सिमडेगा से जिस नाबालिग को लाकर रविवार के ट्रेन से दिल्ली भेजने की तैयारी थी उसके परिवार वालों को 10 हजार रुपए उसने दिया था।
पुलिस ने अजगुत के पास से दो मोबाइल फोन भी बरामद किए है। उसका मोबाइल फोन की जांच में पुलिस को एक और वाट्सएप चैट मिला है। जिसमें उसकी बात किसी नीना गुप्ता नाम की महिला से हुई है।
उस चैट में हुई बात चित में लिखा है कि तुम लड़की भेजकर देखो, 70 हजार का एलआईसी मिलेगा। इस मामले में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट राँची में प्राथमिकी दर्ज की गई है। जिसका अनुसंधान पदाधिकारी एएचटीयू राँची की दारोगा विनिता कुमारी को बनाया गया है। जो मामले की जांच कर रही है।