रांची में आज 29जुलाई को आहूत आदिवासी महापंचायत की तैयारी समिति की बैठक हुई। जिसमें विभिन्न विषयों पर तैयारी संबंधी चर्चा हुई। साथ ही विषय वस्तु का अंतिम रूप दिया गया। विषय वस्तु में विश्व हिन्दू परिषद् के इशारे पर सरना स्थलों से पवित्र मिट्टी को उठाने तथा दूसरे धर्म समूह को सौंपने और सरना संस्कृति व धर्म पर आघात पहुंचाने वाले व्यक्ति एवं संस्थाओं के विरूद्ध सामाजिक कार्रवाई के संबंध में निर्णय लिए जाएंगे। उधर ओरमांझी से विरोध-प्रदर्शन और पूतला दहन की खबरें आई है…
ओरमांझी (मोहसिन)। ओरमांझी प्रखंड के अंचल मैदान के समीप झारखंड प्रदेश आदिवासी सरना पहड़ा समाज के अध्यक्ष प्रो. प्रेमनाथ मुण्डा की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में प्रस्ताव पारित किया गया कि अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर निर्माण किया जा रहा है।
उसमें एक षडयंत्र के तहत आदिवासी सरना भाई-बहनो के हिन्दू बनाने के नियत से आदिवासी का पवित्र स्थल सरना का मिट्टी उठा कर राम मंदिर बनाने का कार्य किया जा रहा है।
विहिप के नेता, बजरंग दल के नेता व प्रधानमंत्री के षड़यंत्र से यह सब कार्य किया जा रहा है। इसके विरोध में सभी नेताओं ने आरएसएस अध्यक्ष मोहन भागवत, बजरंग दल अध्यक्ष मनोज कुमार, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विरोध में मुर्दाबाद का नारा लगाया औऱ पुतला दहन किया।
यह भी कहा गया कि अयोध्या में राम मंदिर भव्य रूप से बने उसका सरना समाज स्वागत करती है, लेकिन आदिवासी समाज के विरूद्ध षडयंत्र के नाम पर चोरी करके पवित्र सरना स्थाल से मीटी ले जाना बन्द करे। एक साजिश के तहत आदिवासी सरना समाज को हिन्दू में शामिल करना चाहती है।
इस कार्य मे मुख्य रूप से पहाड़ा सरना समाज के सरंक्षक रमेश उरांव, सोमर उरांव, भादो उरांव, देव् कुमार पाहन, हरिलाल मुण्डा, सुखराम पाहन मंगल उरांव दिलरंजन पहन लालमोहन बेदिया, दीपक मुंडा, बालेश्वर उरांव रंजीत पाहन सुरेन्द्र उरांव गुडी मुंडा, बाबूलाल महली, समुन्द्र पाहन फेकन पाहन आदि शामिल थे।
नेतृत्व करता प्रो. प्रेमनाथ मुण्डा ने कहा कि अगर सरकार सरना स्थल से मिट्टी उठाने पर रोक नहीं लगाती है तो आदिवासी समाज सरना स्थल की पवित्रता की रक्षा एवं आदिवासी समाज सम्मान के लिए जनांदोलन करेगी।
सरंक्षक रमेश उरांव ने कहा कि चोरी चुपके आदिवासी समाज के पवित्र स्थल से मिट्टी उठाना आदिवासी सरना समाज बर्दास्त नही करेगी। ऐसे कार्यों के विरूद्ध आदिवासी समाज जनआंदोलन करेगी