
रांची दर्पण डेस्क। झारखंड की राजधानी रांची शहर के हृदय स्थल में स्थित ऐतिहासिक बड़ा तालाब के समीप सड़क पर नाली का गंदा पानी बहने से स्थानीय लोगों और राहगीरों की परेशानी भयावह रूप से बढ़ गयी है। स्थिति यह है कि यह व्यस्त मार्ग अब एक ‘खुले नाले’ में तब्दील हो गया है, जहाँ से गुजरना लोगों के लिए रोज़ाना की एक बड़ी चुनौती बन गया है।
सड़क पर हुए जलजमाव का भयावह मंज़र तस्वीर में साफ देखा जा सकता है, जहाँ दोपहिया वाहन चालक पानी की तेज धारा और कीचड़ के बीच से जान जोखिम में डालकर निकलने को मजबूर हैं। कई मोटरसाइकिल सवारों को घुटने तक गहरे पानी को पार करते समय संतुलन खोने का खतरा बना रहता है। इस गहरे और गंदे जलजमाव के कारण वाहनों के खराब होने की घटनाएँ भी आम हो गई हैं।
स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि कई दिनों से नाली जाम है, लेकिन नगर निगम की ओर से सफाई को लेकर कोई गंभीरता नहीं दिखाई गयी है। निगम के स्वच्छता अभियान और दावों के बावजूद तालाब के किनारे बना यह महत्वपूर्ण रास्ता पूरी तरह से बदबूदार और अस्वस्थ माहौल में बदल गया है। जलजमाव के साथ-साथ गंदे पानी की बदबू इतनी तीव्र है कि लोगों को मुंह पर रुमाल रखकर निकलना पड़ता है।
दुकानदारों ने बताया कि गंदगी और बदबू के कारण उनकी दुकानों पर ग्राहकों की संख्या कम हो गई है, जिससे उनके व्यवसाय पर सीधा असर पड़ रहा है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह सीवरेज का पानी है, जिसका लगातार जमाव मच्छरों के पनपने का केंद्र बन रहा है, जिससे इलाके में डेंगू, मलेरिया और अन्य जलजनित बीमारियों (Waterborne Diseases) के संक्रमण का खतरा कई गुना बढ़ गया है।
निगम की इस घोर अनदेखी से स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है। उन्होंने रांची नगर निगम से तत्काल इस समस्या पर ध्यान देने, युद्धस्तर पर नाली की सफाई कराने और सड़क से गंदे पानी के निकास की स्थायी व्यवस्था करने की मांग की है, ताकि क्षेत्र के निवासियों और राहगीरों को इस नरकीय स्थिति से मुक्ति मिल सके।







